होली पर निबंध बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक जानिए होली का महत्व और परंपराएं!
March 10, 2025 2025-03-10 17:01होली पर निबंध बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक जानिए होली का महत्व और परंपराएं!
होली पर निबंध बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक जानिए होली का महत्व और परंपराएं!
होली पर निबंध : होली भारत का एक प्रमुख और रंगों से भरा त्योहार है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला यह पर्व पूरे देश में उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है।
#होली न केवल रंगों का त्योहार है, बल्कि यह भाईचारे, प्रेम और सद्भावना को बढ़ाने का भी अवसर प्रदान करता है।

होली का धार्मिक महत्व
#होली का धार्मिक महत्व हिंदू पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है।
इसका मुख्य संबंध भक्त प्रह्लाद और उनकी बुआ होलिका की कथा से है।
हिरण्यकशिपु, जो प्रह्लाद का पिता था, उसने भगवान विष्णु के प्रति प्रह्लाद की
भक्ति से क्रोधित होकर उसे मारने का प्रयास किया।
उसने अपनी बहन होलिका की सहायता से प्रह्लाद को आग में जलाने की योजना बनाई।
लेकिन होलिका, जिसे वरदान था कि वह अग्नि में नहीं जलेगी, स्वयं जल गई
और भक्त प्रह्लाद सुरक्षित रहे। इस घटना ने यह संदेश दिया कि बुराई कितनी
भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंत में जीत सच्चाई और भक्ति की ही होती है।
इसी उपलक्ष्य में होली का पर्व मनाया जाता है।
होली की परंपराएं
होली से पहले ‘होलिका दहन’ की परंपरा निभाई जाती है, जिसमें लकड़ियों और
उपले जलाकर होलिका का दहन किया जाता है। यह बुराई के नाश और
अच्छाई की विजय का प्रतीक माना जाता है। अगले दिन ‘रंगों की होली’ खेली जाती है
जिसमें लोग एक-दूसरे को गुलाल और रंग लगाकर खुशियां मनाते हैं।
इस दिन मीठे पकवान बनाए जाते हैं, खासतौर पर गुजिया, मालपुआ
ठंडाई और कई पारंपरिक व्यंजन होली का स्वाद बढ़ाते हैं।
होली का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
होली केवल एक धार्मिक त्योहार नहीं, बल्कि यह सामाजिक समरसता और मेल-मिलाप का भी प्रतीक है।
इस दिन पुराने गिले-शिकवे भुलाकर लोग गले मिलते हैं और मित्रता को नया रूप देते हैं।
भारत के कई राज्यों में होली अलग-अलग तरीके से मनाई जाती है।
मथुरा-वृंदावन में यह भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़ी होती है
जबकि बरसाने में प्रसिद्ध ‘लट्ठमार होली’ खेली जाती है।
पंजाब में ‘होला मोहल्ला’ पर्व के रूप में इसे एक विशेष उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
होली न केवल रंगों का त्योहार है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाता है
कि बुराई कितनी भी प्रबल क्यों न हो, अंत में सच्चाई और अच्छाई की ही जीत होती है।
यह पर्व हमें आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है।
उत्साह, उमंग और रंगों से भरा यह पर्व हमें जीवन को सकारात्मकता से
जीने की प्रेरणा देता है। इस त्योहार को प्रेम और उल्लास के साथ मनाना चाहिए
जिससे हमारी संस्कृति और समाज में मेल-जोल बना रहे।