Maha kumbh 2025 Prayagraj : महाकुंभ स्नान करने के बाद किस पेड़ की पूजा करनी चाहिए!
January 17, 2025 2025-01-17 9:24Maha kumbh 2025 Prayagraj : महाकुंभ स्नान करने के बाद किस पेड़ की पूजा करनी चाहिए!
Maha kumbh 2025 Prayagraj : महाकुंभ स्नान करने के बाद किस पेड़ की पूजा करनी चाहिए!
Maha kumbh 2025 Prayagraj : हिंदू पंचांग के हिसाब से महाकुंभ का आरंभ हो चुका है और लाखों-करोड़ों भक्त शाही स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे हैं।
साथ ही आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। आपको बता दें, महाकुंभ में शाही स्नान करने के बाद पेड़-पौधे की पूजा का महत्व है।
अगर आप भी प्रयागराज महाकुंभ में शाही स्नान के लिए जा रहे हैं तो पेड़-पौधों की पूजा जरूर करें।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
महाकुंभ स्नान के बाद करें बेलपत्र पेड़ की पूजा
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Maha kumbh 2025 Prayagraj.
महाकुंभ स्नान हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, जिसे पवित्र माना जाता है।
इस स्नान के बाद बेलपत्र के पेड़ की पूजा करने का विशेष महत्व है।
बेलपत्र को भगवान शिव का प्रिय फल माना जाता है।
शास्त्रों के अनुसार, शिवजी को बेलपत्र अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
बेलपत्र को पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। बेलपत्र की पूजा करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इससे जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। बेलपत्र की पूजा करने से कई तरह के रोग दूर होते हैं।
पूजा के दौरान मंत्र जाप – ऊं नमः शिवाय
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रिधायुधम्। त्रिजन्मपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्।
दर्शनं बिल्वपत्रस्य स्पर्शनम् पापनाशनम्। अघोर पाप संहारं बिल्व पत्रं शिवार्पणम्।
गङ्गाधराम्बिकानाथं फणिकुण्डलमण्डितम् । कालकालं गिरीशं च एकबिल्वं शिवार्पणम् ॥
महाकुंभ स्नान के बाद करें पीपल के पेड़ की पूजा
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पीपल का पेड़ हिंदू धर्म में एक पवित्र वृक्ष माना जाता है। इसे अश्वत्थ वृक्ष भी कहा जाता है।
मान्यता है कि पीपल के पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं का वास होता है।
इसकी जड़ में ब्रह्मा, तने में विष्णु और शाखाओं में शिव का निवास माना जाता है।
महाकुंभ के दौरान पवित्र नदी में स्नान करने के बाद श्रद्धालु पीपल के पेड़ की पूजा करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ की पूजा करने से स्नान का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है।
बता दें, पीपल की पूजा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। पीपल की पूजा करने से आयु में वृद्धि होती है।
पूजा के दौरान मंत्र जाप – ऊं शं शनयै नमः
ऊं प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः
ऊं नमो भगवते वासुदेवाय
आयुः प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्। देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गतः।।