कारगिल विजय दिवस 2025: जानिए वो अनसुनी कहानियाँ जो हर भारतीय को गर्व से भर देंगी!”
July 24, 2025 2025-07-24 8:57कारगिल विजय दिवस 2025: जानिए वो अनसुनी कहानियाँ जो हर भारतीय को गर्व से भर देंगी!”
कारगिल विजय दिवस 2025: जानिए वो अनसुनी कहानियाँ जो हर भारतीय को गर्व से भर देंगी!”
कारगिल विजय दिवस 2025: पर पढ़ें उन बहादुर सैनिकों की अनसुनी शौर्यगाथाएँ, जिन्होंने अपने जज़्बे और बलिदान से रच दिया था इतिहास। जानिए कारगिल युद्ध के हीरो, महत्वपूर्ण घटनाएँ और वे प्रेरक तथ्य, जो आज भी देशभक्ति की भावना जगा देते हैं।
कारगिल विजय दिवस 2025: शौर्य, बलिदान और देशभक्ति की अमर गाथा
हर साल 26 जुलाई को भारतवासी कारगिल विजय दिवस मनाते हैं। यह वह ऐतिहासिक दिन है जब हमारे वीर जवानों ने 1999 में कारगिल युद्ध में अदम्य साहस, धैर्य और बलिदान के साथ विजय हासिल की थी। कारगिल विजय दिवस केवल एक सैन्य जीत भर नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता, देशभक्ति और शौर्य का प्रतीक है। आइए जानते हैं इस दिन का महत्व, इतिहास और इससे जुड़ी प्रेरणादायक बातें।

कारगिल युद्ध – संक्षिप्त इतिहास
1999 के मई-जुलाई के बीच लद्दाख के कारगिल क्षेत्र में भारतीय
सेना और पाकिस्तान की सेना (जिनमें घुसपैठिए शामिल थे) के बीच युद्ध छिड़ा।
दुर्गम पहाड़ी इलाकों, बर्फीली चोटियों और शून्य से नीचे तापमान में भारतीय सैनिकों ने अत्यंत मुश्किल हालात में लड़ाई लड़ी।
ऑपरेशन विजय नामक इस मिशन के तहत सेना ने लगभग 60 दिनों की
लड़ाई के बाद 26 जुलाई तक इलाके से सभी घुसपैठियों को खदेड़ दिया।

कारगिल विजय दिवस का महत्व
कारगिल विजय दिवस न केवल भारतीय सेना, बल्कि हर एक भारतीय के लिए गौरव और आदर का दिन है।
इस दिन हम अपने उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर भारत की अखंडता और सम्मान की रक्षा की।
#कारगिल की वीरगाथा – यादगार पल
- कैप्टन विक्रम बत्रा (PVC): “यह दिल मांगे मोर!” – उनका ये मशहूर संवाद आज भी हर भारतीय को जोश से भर देता है।
- कैप्टन अनुज नैयर, ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव (PVC), मेजर राजेश सिंह अधिकारी,
- और सैकड़ों अन्य जवानों का वीरता और शौर्य हमेशा हमारे दिलों में अमर है।
- टाइगर हिल, तोलोलिंग और ड्रास जैसी ऊँची चोटियों पर दुश्मन से लोहा लेना भूलना नामुमकिन है।

#कारगिल विजय दिवस कैसे मनाया जाता है?
- विजय स्मारकों पर श्रद्धांजलि: दिल्ली के इंडिया गेट, कारगिल के वार मेमोरियल जैसे स्थलों पर शहीदों को नमन किया जाता है।
- स्कूलों और कॉलेजों में कार्यक्रम: विशेष सभाएं, फिल्म स्क्रीनिंग, भाषण और प्रतियोगिताएँ आयोजित होती हैं।
- सोशल मीडिया और न्यूज: #KargilVijayDiwas भारत में ट्रेंड करता है; लोग वीर जवानों की स्मृति में पोस्ट्स शेयर करते हैं।

कारगिल विजय दिवस से क्या सीखें?
- देशप्रेम और एकता: यह दिवस हमें मिलकर राष्ट्र की रक्षा, अखंडता और सम्मान के लिए एकजुट होने की प्रेरणा देता है।
- बलिदान और साहस: शहीदों का बलिदान यह सिखाता है कि देश के लिए सबकुछ न्योछावर किया जा सकता है।
- कर्तव्यनिष्ठा: सैनिकों की दृढ़ता और निष्ठा हमें हमारे अपने दायित्वों के प्रति समर्पित रहने का संदेश देती है।
कारगिल विजय दिवस केवल एक तारीख नहीं, बल्कि हर भारतीय के दिल में जलती वह प्रेरणा की लौ है,
जो हमें हमारे देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज़्बा देती है।
उन रणबांकुरों को सलाम, जिनकी वजह से आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं।