Introduction : Analog Computer
एनालॉग कंप्यूटर एक प्रकार का कंप्यूटर होता है जो निरंतर रूप से बदलते हुए (कॉन्टिन्युअस) डेटा को प्रोसेस करने के लिए डिजाइन किया गया है। ये कंप्यूटर भौतिक मात्राओं जैसे वोल्टेज, करंट, तापमान, आदि को एनालॉग सिग्नल्स के रूप में उपयोग करते हैं और गणनाओं को पूरा करने के लिए उन सिग्नल्स का उपयोग करते हैं।

एनालॉग कंप्यूटरों की कुछ प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
निरंतर डेटा प्रोसेसिंग: एनालॉग कंप्यूटर निरंतर डेटा को प्रोसेस करते हैं, जो डिजिटल कंप्यूटरों की तरह बाइनरी नंबरों में नहीं बल्कि निरंतर वेरिएबल्स में होता है।
भौतिक मात्राओं का उपयोग: ये कंप्यूटर भौतिक मात्राओं जैसे वोल्टेज, करंट, या यांत्रिक गति का उपयोग करके गणनाएँ करते हैं।
तेज गणना: एनालॉग कंप्यूटर कई गणनाएँ बहुत तेजी से कर सकते हैं, विशेष रूप से उन स्थितियों में जहाँ गणनाएँ जटिल और लगातार होती हैं।
विशिष्ट उपयोग: एनालॉग कंप्यूटर अक्सर वैज्ञानिक, इंजीनियरिंग और औद्योगिक क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं, जहाँ विशेष प्रकार की गणनाओं की आवश्यकता होती है, जैसे कि सिमुलेशन और नियंत्रण प्रणाली में।
उदाहरण के लिए, पुराने समय के हवाई जहाजों में इस्तेमाल होने वाले फ्लाइट सिमुलेटर, जो उड़ान के विभिन्न पहलुओं को मॉडल करने के लिए एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग करते थे, या फिर विद्युत सर्किट एनालिसिस में।
हालांकि, आधुनिक समय में डिजिटल कंप्यूटरों ने एनालॉग कंप्यूटरों की जगह लगभग ले ली है क्योंकि वे अधिक सटीक, लचीले और उपयोग में आसान होते हैं। फिर भी, कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में आज भी एनालॉग कंप्यूटरों का उपयोग किया जाता है।






