Raksha Bandhan Kab Hai: रक्षाबंधन कब है?
August 23, 2023 2023-12-13 14:59Raksha Bandhan Kab Hai: रक्षाबंधन कब है?
Raksha Bandhan Kab Hai: रक्षाबंधन कब है?
परिचय:Raksha Bandhan Kab Hai
रक्षाबंधन एक पारंपरिक भारतीय त्योहार है जो भाई और बहन के प्यार और आपसी संबंधों का प्रतीक है। यह त्योहार हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है और इसका मतलब होता है कि यह हर साल अगस्त के महीने में मनाया जाता है।
Wed, 30 Aug, 2023
शुभ मुहूर्त और समय
प्रात: 07:01 से 09:14 बजे – इस समय राखी बांधने से शुभ फल मिलते हैं।
मध्याह्न: 12:41 से 03:02 बजे – दोपहर में भी रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त में राखी बांध सकते हैं।
सायंकाल: 05:34 से 08:08 बजे – इस वक्त भी राखी बांधने से चिंताओं का नाश होता है।
रक्षाबंधन के उपहार: भाई-बहन के प्यार की भरपूर मिसालें
रक्षाबंधन पर उपहार देना एक आपसी विश्वास और प्यार की प्रतीक होता है। यहां कुछ उपहार विचार दिए गए हैं:
भाई के लिए उपहार
पर्याप्त राशी का लक्ष्मी कवच – अपने भाई को एक प्रतिरक्षा कवच देकर उसकी सुरक्षा का प्रतीक बनाएं।
व्यक्तिगत आइटम्स – उसकी पसंद के अनुसार एक व्यक्तिगत उपहार दें, जैसे कि उसकी पसंदीदा पुस्तक या फिर कोई खास वस्त्र।
बहन के लिए उपहार
गहने – एक आकर्षक हार, कढ़ाई गई ब्रेसलेट, या एक चारमीनार छल करने वाली चूड़ी।
फैशन आइटम्स – एक डिज़ाइनर साड़ी या फिर उसकी पसंदीदा ड्रेस।
रक्षाबंधन का महत्व
रक्षाबंधन का यह त्योहार भाई-बहन के प्यार और संबंधों का प्रतीक होता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, जिससे भाई को उसकी सुरक्षा का प्रतीक मिलता है। भाई अपनी बहन को उपहार देता है और वादा करता है कि वह हमेशा उसकी सुरक्षा करेगा।
त्योहार की तैयारियाँ
रक्षाबंधन से पहले ही बच्चे और परिवार के लोग बड़े उत्साह से इसकी तैयारियों में जुट जाते हैं। बच्चे राखी और उपहार की खरीदारी में शामिल होते हैं, जबकि परिवार के बड़े लोग खाने-पीने की व्यवस्था करते हैं ताकि सभी मिलकर इस खास मौके का आनंद उठा सकें।
रक्षाबंधन की धारावाहिकता
यह त्योहार भाई-बहन के प्यार के आदर्श को प्रकट करने का एक अवसर होता है। यह समय होता है जब परिवार के सभी सदस्य मिलकर खुशियों का आनंद लेते हैं और सजीव संबंधों को मजबूती से बांधते हैं।
धार्मिक महत्व
रक्षाबंधन का धार्मिक महत्व भी है। इसका मतलब होता है कि इस दिन भाई-बहन का आपसी प्यार और संबंध परमात्मा की अनुपस्थिति में भी मजबूत रहना चाहिए।
आपसी भरोसा
रक्षाबंधन के दिन भाई-बहन के आपसी भरोसे का परिचय होता है। इस दिन वे एक दूसरे के साथ अपनी बातें और चिंताएँ साझा करते हैं और एक दूसरे के साथ अपने जीवन के संघर्षों और सफलताओं की कहानियाँ साझा करते हैं।
रक्षाबंधन का उत्सव
रक्षाबंधन का उत्सव भारत के विभिन्न हिस्सों में भी अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। इस दिन बच्चे अपने भाई-बहन के साथ खुशियों का आनंद लेते हैं और परिवार में खास तौर पर उनके बीच की जमानती बंधन को मजबूती से बांधते हैं।
निष्कर्ष
रक्षाबंधन एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाला त्योहार है जो भाई-बहन के प्यार और सम्मान का प्रतीक है। यह त्योहार उनके आपसी संबंधों को मजबूती और दृढ़ता से बांधता है और परिवार के सभी सदस्यों को खुशियों से भर देता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. रक्षाबंधन कब मनाया जाता है?
रक्षाबंधन हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जिसका मतलब होता है कि यह अगस्त के महीने में मनाया जाता है।
2. रक्षाबंधन का क्या महत्व है?
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्यार और संबंधों का प्रतीक होता है और यह उनके आपसी भरोसे को भी प्रकट करता है।
3. इस दिन कौन-कौन सा आयोजन किया जाता है?
इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई उसे उपहार देता है। परिवार में एकत्रित होकर खाने-पीने की व्यवस्था की जाती है।
4. क्या रक्षाबंधन केवल बड़े ही मनाते हैं?
नहीं, रक्षाबंधन का उत्सव छोटे बच्चों से लेकर बड़े वयस्कों तक सभी उम्र के लोगों द्वारा मनाया जाता है।
5. रक्षाबंधन का क्या धार्मिक महत्व है?
रक्षाबंधन का धार्मिक महत्व है क्योंकि यह भाई-बहन के प्यार को प्रकट करने का एक अवसर होता है और इसका संबंध परमात्मा की अनुपस्थिति में भी मजबूत रहना चाहिए।
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