हल्दी की रस्म होने वाले दंपत्ति के लिए सुख और सौभाग्य ले कर आती है।
July 12, 2024 2024-07-12 11:06हल्दी की रस्म होने वाले दंपत्ति के लिए सुख और सौभाग्य ले कर आती है।
हल्दी की रस्म होने वाले दंपत्ति के लिए सुख और सौभाग्य ले कर आती है।
Introducation : हल्दी की रस्म
हल्दी की रस्म भारतीय विवाह समारोह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो दूल्हा
और दुल्हन के लिए सुख और सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती है।
रोज़ देख सकूं उसे ऐसा मेरा जी करता है
उसका चेहरा मेरे लिए आज भी हल्दी का काम करता है
हल्दी लगाने की उम्र है मेरी
लड़कियां चुना लगा कर जा रही है
तुमने कहा था हल्दी लगाओ जख्म भर जाएगा
ये तो बताओ दिल के जख्मों को कैसे भरूँ
उसका दिल लगता है लाल ग़ुलाब न रहा
उस दिल पर मेरे इश्क़ की हल्दी चढ़ि है शायद
नन्हे नन्हे पांव हमारे कैसे आए बुलाने को मेरे
बुआ की शादी में भूल न जाना आने को
शादी एक ऐसी चोट है जिस पर ज़खम
लगने से पहले ही हल्दी लगायी जाती है
मिलन है दो परिवारों का रस्म है खुशी मनाने का
हमें तो इंतजार है बस आपके आने का
वो मेहंदी के हाथों में क्या तराशेंगे नाम हमारा
जब नाम ही छुपा लिखा है उनके हाथों में
बड़ा वक़्त लगता है जल्दी से नहीं भरते
ये ज़ख्म दिलों के हैं हल्दी से नहीं भरते
तुझ बिन क्या जीना जीना तेरे संग
न जाने कब लगेगा इन हाथों में हल्दी का रंग
वो छा गये है कोहरे की तरह मेरे चारों तरफ न
कोई दूसरा दिखता है ना देखने की चाहत है
मोहब्बत एक तरफा होती तो जुदाई भी सह लेते
दर्द तो इस बात का है की मोहब्बत उसे भी थी
मत पूछो की प्यार करने की क्या कीमत चुकाई है मैंने
खुद को दांव पर लगाकर अपने हाथों से अपनी हस्ती मिटाई है मैने
दूर रहकर भी जो समाया है मेरी रूह में पास
वालों पर वो शख्स कितना असर रखता होग
फीके पड़ गए हैं मेरे रंग इसलिए हल्दी लगाई जा रही है,
तेरे नाम के रंगों को चढाने की शुरुआत की जा रही है
चुरा के मुट्ठी में दिल को छुपाए बैठे हैं,
बहाना ये है कि हल्दी लगाए बैठे हैं
मैं तो कब से लगाकर बैठी हूँ तुम्हारे नाम की मेहंदी
और चेहरे पर हल्दी तुम बारात ले आओ जल्दी
हर किसी को हो रही हैं जल्दी
होने जा रही है दूल्हा दुल्हन की हल्दी
हमारी मोहब्बत का आज रंग निखार आया है
हम दोस्त चाहने वालों ने आज हमें हल्दी लगाया है
हल्दी की रस्म में दुल्हन की खुशी देखते ही बनती है
वो इतनी खुश है जैसे कोई परी हो
हल्दी की रस्म में सब मिलकर खेलते हैं
और साथ में गाते हैं हल्दी की मधुर धुन
हल्दी का त्योहार खुशियों की बहार लाए
आपके जीवन में प्यार का सितार।
रंगों की महफिल खुशियों का मेला
हल्दी का त्योहार प्यार का नजारा
हमारी मोहब्बत का आज रंग
निखार आया है हम दोस्त चाहने
वालों ने आज हमें,हल्दी लगाया है.
उसका दिल लगता है लाल ग़ुलाब न रहा
उस दिल पर मेरे इश्क़ की हल्दी चढ़ि है शायद
हमारी मोहब्बत का आज रंग निखार आया है
हम दोस्त चाहने वालों ने आज हमें हल्दी लगाया है
सिंगल लोग इस बार हल्दी से होली खेलें
शादी वाली फीलिंग्स आयेगी क़सम से
मैनें उसके घर में पहली बार कदम रखा
उसे किसी और के नाम की हल्दी लगाने के लिए
रोज़ देख सकूं उसे ऐसा मेरा जी करता है
उसका चेहरा मेरे लिए आज भी
हल्दी का काम करता है
इधर मेरी आंखें अश्कों से होंगी गीली
उधर उसके हाथों में लगेगी हल्दी पीली