Basant Panchami 2024:देवी सरस्वती की पूजा और पूजा का सही समय
January 11, 2024 2024-01-11 10:24Basant Panchami 2024:देवी सरस्वती की पूजा और पूजा का सही समय
Basant Panchami 2024:देवी सरस्वती की पूजा और पूजा का सही समय
Introduction: Basant Panchami
इस वर्ष बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी 2024, बुधवार को मनाया जाएगा। पंचमी तिथि 13 फरवरी को दोपहर 2:41 बजे शुरू होगी।
Basant Panchami देवी सरस्वती की पूजा
जब लोग मां सरस्वती की पूजा करते हैं। मां सरस्वती को ज्ञान, शिक्षा, और कला की देवी माना जाता है, और उन्हें सादर करते हुए लोग आपस में शिक्षा की महत्वपूर्णता को समझते हैं। विद्यार्थियों और कलाकारों के बीच इस दिन का विशेष महत्व होता है, जब उन्हें अपनी कला को सुधारने और बढ़ाने का आशीर्वाद मिलता है।
बसंत पंचमी और शिक्षा
इस दिन को शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग इस दिन को बच्चों के लिए विद्या में समर्पित करते हैं और उन्हें बनाते हैं कि वे ज्ञान और शिक्षा की ओर बढ़ते रहें। विद्यार्थियों को उत्साहित करने के लिए विशेष प्रोग्राम और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जो उन्हें अपनी पढ़ाई में और भी उत्साही बनाते हैं।
पीले रंग का प्रतीकता
बसंत पंचमी के दिन इकट्ठा होने वाला रंग पीला होता है। यह पूरे उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और लोग इसे खासतर से चुनते हैं क्योंकि पीला रंग सूर्य की किरणों की ओर से बनता है और विशेष रूप से बच्चों को आकर्षित करता है।
क्षेत्रीय भिन्नताएँ बसंत पंचमी के उत्सव में
इसलिए इस दिन मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है। अत: बसंत ऋतु की शुरुआत बसंत पंचमी से होती है। शास्त्रों के अनुसार वसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की पूजा करने से देवी लक्ष्मी और काली भी प्रसन्न होती हैं। हर क्षेत्र में अपनी विशेष परंपराएँ और आचार-विचार होते हैं, जो इस उत्सव को विशेष बनाते हैं।
पूजा का सही समय
वसंत पंचमी, 14 फरवरी को पूजा का सही समय सुबह 7:01 बजे से दोपहर 12:35 बजे तक है। इसके अलावा, इस दिन प्रार्थना का समय लगभग 5 घंटे 35 मिनट है बसंत पंचमी का यह एक महत्वपूर्ण पहलु है बसंत पंचमी का आयोजन होते ही सारा वातावरण बदल जाता है।
Moral
इस प्रशांति भरे त्योहार के दिन लोग एक दूसरे के साथ प्यार और भरोसे की भावना से भरे रहते हैं। बसंत पंचमी का यह पारंपरिक त्योहार हमें नए आरंभों के लिए प्रेरित करता है और विशेष रूप !