Sunil Gavaskar: सुनिल गावस्कर क्रिकेट के सचिन से पहले भारत का सबसे बड़ा सितारा
July 29, 2025 2025-07-29 10:22Sunil Gavaskar: सुनिल गावस्कर क्रिकेट के सचिन से पहले भारत का सबसे बड़ा सितारा
Sunil Gavaskar: सुनिल गावस्कर क्रिकेट के सचिन से पहले भारत का सबसे बड़ा सितारा
Sunil Gavaskar: भारतीय क्रिकेट के लिजेंड सुनील गावस्कर की शानदार पारियां, रिकॉर्ड ब्रेकिंग रन और उनके गोल्डन करियर की अनसुनी कहानियाँ सिर्फ यहीं! जानें कैसे बने भारत के ग्रेटेस्ट ओपनर, पाएं एक्सक्लूसिव क्रिकेट अपडेट्स और दिलचस्प फैक्ट्स। अभी क्लिक करें और क्रिकेट दिग्गज की हर खास जानकारी सबसे पहले जानें!
सुनील गावस्कर(Sunil Gavaskar): भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े ‘लिटिल मास्टर’

सुनील मनोहर गावस्कर, जिन्हें ‘सनी’ या ‘लिटिल मास्टर’ भी कहा जाता है, भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सबसे बेहतरीन ओपनिंग बल्लेबाजों में से एक हैं। उनका जन्म 10 जुलाई 1949 को मुंबई (महाराष्ट्र) में हुआ था। उनके करियर की शुरुआत 1971 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ शानदार टेस्ट डेब्यू से हुई, और उसके बाद उन्होंने क्रिकेट जगत में एक से बढ़कर एक कीर्तिमान बनाए।
क्रिकेट करियर और रिकॉर्ड्स
- टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज: गावस्कर ने 125 टेस्ट मैचों में 10,122 रन बनाए, जिनमें 34 शतक शामिल हैं – यह दोनों रिकॉर्ड लंबे समय तक कायम रहे।
- वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक (13) और रन (2,749): उनके डेब्यू सीरीज (1971) में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ 774 रन बनाए, जो आज तक किसी डेब्यू सीरीज में सबसे ज्यादा हैं।
- वनडे में भारत का पहला तेज़ शतक: हालांकि गावस्कर टेस्ट करियर के लिए ज्यादा मशहूर हैं, लेकिन उन्होंने वनडे में भी शानदार शतक (वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ) लगाया था।
- एकमात्र खिलाड़ी जिन्होंने दो टेस्ट पारियों में शतक व दोहरा शतक (124 और 220 रन) एक ही मैच में लगाया।
- भारतीय टीम के कप्तान: 1978 से 1985 के बीच कप्तान बने; उनके नेतृत्व में भारत ने ऐतिहासिक एशिया कप, और 1985 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप ऑफ क्रिकेट ट्रॉफी जीती।
- इंडियन क्रिकेट को नई ऊँचाई: उनके समय की सबसे तेज बॉलिंग (वेस्टइंडीज़), बिना हेलमेट के, शानदार टैक्नीक से सामना किया।
- 100 से अधिक टेस्ट कैच: 100 से ज्यादा कैच पकड़ने वाले पहले भारतीय फील्डर बने।
सम्मान और उपलब्धियां
- अर्जुन अवॉर्ड (1975), पद्म भूषण (1980)
- ICC हॉल ऑफ फेम (2009), CK नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (2012)
- बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज उनके नाम पर।
- ऑटोबायोग्राफी ‘सनी डेज़’ समेत चार किताबें लिखीं, दुनिया भर में प्रसिद्ध कमेंटेटर।
प्रेरणा क्यों है गावस्कर?
- सुनील गावस्कर ने मुश्किल हालात, दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों के सामने खेलकर, ना सिर्फ भारत का सिर ऊंचा किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श स्थापित किया।
- उनका शांत स्वभाव, मेहनत, और क्रिकेट के प्रति जुनून युवाओं के लिए एक मिसाल है।
प्रमुख बातें: एक नजर में
फैक्ट | डिटेल्स |
---|---|
जन्म | 10 जुलाई 1949, मुंबई |
टेस्ट डेब्यू | मार्च 1971, वेस्टइंडीज़ के खिलाफ |
टेस्ट मैच | 125 (10,122 रन, 34 शतक) |
वनडे मैच | 108 (3,092 रन, 1 शतक) |
कप्तान | 47 टेस्ट, 37 वनडे |
प्रमुख सम्मान | अर्जुन अवॉर्ड, पद्म भूषण, ICC हॉल ऑफ फेम |
रिटायरमेंट | 1987 |
सुनील गावस्कर वो नाम है, जिसने भारतीय क्रिकेट को आत्मविश्वास और विश्व-स्तर का सम्मान दिलाया। उनके रिकॉर्ड, खेल भावना और उपलब्धियां हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में एक खास जगह रखती हैं। अगर असली ‘लिटिल मास्टर’ का कोई चेहरा है, तो वह सुनील गावस्कर ही हैं।