HII ceremony 2025 : वर्जीनिया-क्लास न्यूक्लियर अटैक सबमरीन की कील लेइंग सेरेमनी 9 दिसंबर 2025 को अमेरिका के वर्जीनिया राज्य स्थित नेवपोर्ट न्यूज़ शिपबिल्डिंग (HII) में धूमधाम से आयोजित की गई। यह सेरेमनी USS Barb (SSN-804) नामक 31वीं वर्जीनिया-क्लास सबमरीन के निर्माण की आधिकारिक शुरुआत का प्रतीक है। अगर आप AUKUS समझौता, अमेरिकी नौसेना की नई पनडुब्बी, वर्जीनिया क्लास सबमरीन या न्यूक्लियर सबमरीन टेक्नोलॉजी के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए है। इस आयोजन ने न सिर्फ अमेरिकी नौसेना की ताकत को बढ़ाया है, बल्कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रणनीतिक संतुलन को भी मजबूत किया है। आइए, HII कील लेइंग सेरेमनी का पूरा विश्लेषण करें।
USS Barb (SSN-804): अमेरिकी नौसेना की नई शेरनी – नाम और इतिहास
USS Barb (SSN-804) द्वितीय विश्व युद्ध की मशहूर पनडुब्बी USS Barb (SS-220) की स्मृति में नामित है, जिसने 12 विक्टरी मेडल जीते थे। यह तीसरी बार्ब होगी जो अमेरिकी नौसेना में शामिल होगी। ब्लॉक V वर्जीनिया-क्लास की यह सबमरीन वर्जीनिया पेलोड मॉड्यूल (VPM) से लैस है, जो 28 अतिरिक्त टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें ले जा सकती है – यानी कुल 40 मिसाइलें!

तकनीकी विशेषताएं एक नजर में:
| विशेषता | विवरण |
|---|---|
| लंबाई | 115 मीटर |
| विस्थापन | 7,900 टन |
| स्पीड | 25+ नॉट्स (46+ किमी/घंटा) |
| रिएक्टर | S9G न्यूक्लियर (33 साल बिना रिफ्यूल) |
| हथियार | 40 टॉमहॉक, Mk-48 टॉरपीडो, UUV |
| गहराई | 300+ मीटर |
| क्रू | 135 सदस्य |
यह सबमरीन 2028-29 में कमीशन होने की उम्मीद है।
कील लेइंग सेरेमनी: क्या हुआ खास? – HII का भव्य आयोजन
9 दिसंबर 2025 को नेवपोर्ट न्यूज़ शिपबिल्डिंग में आयोजित सेरेमनी में स्पॉन्सर पामेला बोवे ने अपने इनिशियल्स को मेटल प्लेट पर उकेरा, जिसे वेल्डर एंड्र्यू काहलर ने कील पर वेल्ड किया। इस प्लेट पर लिखा गया – “Truly and Fairly Laid”। यह प्लेट पूरी सबमरीन की उम्र तक रहेगी।
HII के प्रेसिडेंट करी विल्किंसन ने कहा, “यह सेरेमनी सिर्फ स्टील की नहीं, बल्कि हमारे शिपबिल्डर्स के समर्पण की नींव है।” स्पॉन्सर पामेला बोवे ने भावुक होते हुए कहा, “मैं गर्व महसूस कर रही हूं कि तीसरी बार्ब अपने क्रू के साथ समुद्र की गहराइयों में देश की सेवा करेगी।”
समारोह में अमेरिकी नौसेना के सीनियर अधिकारी, HII एक्जीक्यूटिव्स और हजारों शिपयार्ड वर्कर्स शामिल हुए। मीडिया को स्पेशल बस से लाया गया, लेकिन पब्लिक के लिए बंद रहा।
AUKUS समझौते का महत्व: ऑस्ट्रेलिया को भी मिलेगी ऐसी सबमरीन!
यह सेरेमनी AUKUS पैक्ट के तहत और भी अहम हो जाती है। अमेरिका ने वादा किया है कि 2032 तक ऑस्ट्रेलिया को 3 वर्जीनिया-क्लास सबमरीन्स देगा। इनमें से एक की कील लेइंग में ऑस्ट्रेलियाई उच्चस्तरीय दल भी शामिल हुआ था। इससे इंडो-पैसिफिक में चीन की बढ़ती नौसेना शक्ति के खिलाफ मजबूत संदेश गया है।
HII – अमेरिकी नौसेना का सबसे बड़ा शिपबिल्डर
हंटिंगटन इंगॉल्स इंडस्ट्रीज (HII) अमेरिका की एकमात्र कंपनी है जो न्यूक्लियर सबमरीन्स और एयरक्राफ्ट कैरियर्स दोनों बनाती है।
- 135+ साल का इतिहास
- 70% अमेरिकी सबमरीन्स यहीं बनती हैं
- 25,000+ कर्मचारी
- SSN-804 जैसी हर सबमरीन में 10,000+ जॉब्स क्रिएट होती हैं
भविष्य का प्रभाव: क्यों है यह सेरेमनी इतनी महत्वपूर्ण?
- रणनीतिक ताकत: 40 टॉमहॉक मिसाइलों वाली सबमरीन लंबी दूरी से हमला कर सकती है।
- AUKUS मजबूती: ऑस्ट्रेलिया की नौसेना 2040 तक 8 SSN तक पहुंच जाएगी।
- रोजगार और अर्थव्यवस्था: हजारों हाई-स्किल जॉब्स और अरबों डॉलर का निवेश।
- चीन को संदेश: दक्षिण चीन सागर और ताइवान स्ट्रेट में अमेरिकी-अलाइड प्रभुत्व बढ़ेगा।
USS Barb – समुद्र की नई रक्षक!
HII द्वारा 9 दिसंबर 2025 को आयोजित वर्जीनिया-क्लास न्यूक्लियर अटैक सबमरीन की कील लेइंग सेरेमनी ने अमेरिकी नौसेना को और ताकतवर बना दिया है। USS Barb (SSN-804) न सिर्फ तकनीकी चमत्कार है, बल्कि AUKUS और इंडो-पैसिफिक सुरक्षा का मजबूत स्तंभ भी बनेगी। क्या यह चीन की नौसेना विस्तार को रोक पाएगी? अपनी राय कमेंट करें!








