यूपी किसान खाद : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में करीब 2.42 लाख किसान खाद और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभ से वंचित रहेंगे। इसका मुख्य कारण है कि इन किसानों ने अभी तक अपनी फार्मर रजिस्ट्री ID बनवाकर आधार से लिंक नहीं कराया है, जो इस योजना का आवश्यक हिस्सा है।

यह खबर किसानों के लिए चिंताजनक है क्योंकि रबी फसलों की बुवाई का समय चल रहा है और खाद की बड़ी जरूरत होती है।
क्यों नहीं मिल रहा लाभ?
जिला कृषि अधिकारी सीपी सिंह के अनुसार, खाद और सम्मान निधि के लाभ पाने के लिए किसान को फार्मर रजिस्ट्री करानी अनिवार्य है। जो किसानों ने यह रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, वे खाद वितरण से वंचित रहेंगे। नए नियमों के तहत खाद केवल उन्हीं किसानों को मिलेगी जिन्होंने फार्मर रजिस्ट्री कराई है और वे संबंधित सहकारी समितियों के सदस्य हैं। इससे संबंधित किसान विरोध में आ सकते हैं लेकिन यह सरकार की एक कड़ी प्रक्रिया है ताकि योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंचे और धोखाधड़ी रोकी जा सके।
फार्मर रजिस्ट्री कैसे कराएं?
- किसान अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र, पंचायत कार्यालय, लेखपाल या कृषि बीज भंडार से संपर्क
- कर फार्मर रजिस्ट्री करवा सकते हैं। इसके लिए आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर, खतौनी
- और बैंक पासबुक की आवश्यकता होती है। जिला अधिकारी ने सभी किसानों से अपील की है
- कि वे शीघ्र ही यह प्रक्रिया पूरी कर लें ताकि खाद और सम्मान निधि योजना का लाभ हासिल कर सकें।
खाद की कमी की अफवाह पर स्थिति
उत्तर प्रदेश सरकार ने खाद की कोई कमी नहीं होने की पुष्टि की है। मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को पर्याप्त खाद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। राज्य में यूरिया, डीएपी, और एनपीके खाद की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है और काले बाजारी गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सरकार ने यह भी बताया कि खाद किसानों को भारी सब्सिडी दर पर मिल रही है जिससे उनकी लागत कम हो।
सम्मान निधि योजना में देरी क्यों?
- प्रमुख मुद्दों में किसानों का आधार प्रमाणीकरण का न होना और फार्मर रजिस्ट्री का अधूरा रहना शामिल हैं।
- इसके अलावा कुछ मामलों में वितरण केंद्रों पर असंगतियां और काले बाजारीकरण की शिकायतें भी मिली हैं
- जिनकी जांच जारी है। सरकार ने इस समस्या को सुलझाने के लिए विशेष अभियान चलाए हैं
- ताकि पूरे राज्य में किसानों को योजना का लाभ मिल सके।
किसानों के लिए क्या करें?
- किसान तुरंत अपनी फार्मर रजिस्ट्री कराएं।
- आधार लिंक मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- आवश्यक सभी दस्तावेज तैयार रखें।
- अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र या पंचायत कार्यालय जाकर मदद लें।
- किसी भी तरह की काले बाजारी गतिविधि की सूचना अधिकारियों को दें।
यूपी के 2.42 लाख किसान खाद और सम्मान निधि से वंचित रहना एक गंभीर मुद्दा है। इसका समाधान फार्मर रजिस्ट्री प्रक्रिया को पूरा करने और आधार प्रमाणीकरण सुनिश्चित करने से होगा। किसानों को समय रहते इस प्रक्रिया को पूरा करके अपनी फसलों के लिए आवश्यक खाद और आर्थिक सहायता प्राप्त करनी चाहिए ताकि उनकी कृषि कार्य प्रभावित न हो। सरकार भी इस दिशा में लगातार प्रयासरत है कि किसानों को सही समय पर लाभ मिले और वे खेती में खुशहाल हों।






