Sunscreen Spf 50 : SPF 50 सनस्क्रीन धूप में बाहर रहने वालों के लिए एक शक्तिशाली सुरक्षा कवच है, जो त्वचा को न केवल जलने से बचाता है, बल्कि बार-बार धूप में आने से होने वाले दीर्घकालिक नुकसान जैसे झुर्रियां, डार्क स्पॉट्स और असमान टोन से भी बचाता है!
SPF 50 क्या है और यह कैसे काम करता है?
- SPF (सन प्रोटेक्शन फैक्टर) यूवीबी किरणों से बचाव का माप है, जो त्वचा को जलने और तनने से बचाती हैं.
- SPF 50 लगभग 98% यूवीबी किरणों को रोकता है, जबकि SPF 30 लगभग 97% को.
- ब्रॉड-स्पेक्ट्रम SPF 50 यूवीए किरणों से भी बचाव करता है, जो त्वचा को गहराई तक नुकसान पहुंचाती हैं और झुर्रियों व पिगमेंटेशन का कारण बनती हैं.

बेदाग और गोरी त्वचा के लिए कैसे मददगार?
- पिगमेंटेशन को रोकता है: धूप में मेलेनिन का उत्पादन बढ़ता है, जिससे डार्क स्पॉट्स और तनने की समस्या होती है। SPF 50 इसे रोककर त्वचा को एकसमान टोन बनाए रखता है.
- प्रीमैच्योर एजिंग रोकता है: यूवी किरणें त्वचा के कोलेजन को नुकसान पहुंचाती हैं। SPF 50 इसे रोककर त्वचा को ताजगी और चमक बनाए रखता है
- स्वाभाविक ग्लो बनाए रखता है: नियमित उपयोग से त्वचा जलने या तनने के बजाय अपनी प्राकृतिक चमक बनाए रखती है.
भारतीय त्वचा के लिए सही चुनाव!
- भारत की तेज धूप के लिए SPF 50 आदर्श है, खासकर लंबे समय तक बाहर रहने वालों के लिए.
- तैलीय त्वचा के लिए जेल-बेस्ड, नॉन-कॉमेडोजेनिक और मैट फिनिश वाले सनस्क्रीन चुनें.
- उदाहरण: लॉटस हर्बल्स मैट जेल, बायोरे एक्वा रिच, थी डीकंस्ट्रक्ट जेल सनस्क्रीन.
- शुष्क त्वचा के लिए हाइड्रेटिंग एजेंट्स जैसे हायलूरोनिक एसिड और ग्लिसरीन वाले सनस्क्रीन चुनें!
सही तरीके से उपयोग कैसे करें?
- मात्रा: चेहरे के लिए निकल के आकार की मात्रा या दो उंगलियों के बराबर
- समय: सूरज में जाने से 15-20 मिनट पहले लगाएं.
- दोहराव: हर 2 घंटे बाद या पसीना आने/नहाने के बाद दोबारा लगाएं.
- क्षेत्र: चेहरे के अलावा गर्दन, कान, हेयरलाइन और हाथों पर भी लगाएं.
गलत धारणाएं दूर करें!
- इंडोर उपयोग भी जरूरी: यूवी किरणें खिड़कियों से भी घुस सकती हैं, इसलिए घर में भी उपयोग करें.
- SPF 50 त्वचा को गोरा नहीं करता: यह त्वचा को तनने या डार्क होने से रोकता है, जिससे वह अपने प्राकृतिक टोन में रहती है












