Chandi ka bhav : भारत में सोने के साथ-साथ चांदी (Silver) की कीमतों में भी लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार की हलचलों, रुपये की मजबूती या कमजोरी, और निवेशकों की मांग में बदलाव के कारण आज चांदी की कीमत में बड़ी हलचल दर्ज की गई है। आइए जानते हैं कि आज चांदी का भाव क्या है और किन कारणों से इसमें तेजी या गिरावट आई है।
आज चांदी का रेट (6 अक्टूबर 2025)
आज यानी सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 को चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। देश के प्रमुख शहरों में आज का चांदी का भाव कुछ इस प्रकार रहा!

- दिल्ली: ₹91,200 प्रति किलो
- मुंबई: ₹90,950 प्रति किलो
- चेन्नई: ₹91,600 प्रति किलो
- कोलकाता: ₹91,100 प्रति किलो
- जयपुर: ₹90,800 प्रति किलो
पिछले सप्ताह की तुलना में कीमतों में लगभग ₹500–₹800 प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार निकट भविष्य में चांदी की दरें और ऊपर जा सकती हैं।
चांदी के बढ़ने के प्रमुख कारण
चांदी की कीमतें केवल देश के बाजार पर नहीं, बल्कि वैश्विक घटनाक्रम से भी प्रभावित होती हैं। कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग बढ़ना: अमेरिका और यूरोप के बाजारों में निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के रूप में कीमती धातुओं की ओर रुख किया है, जिससे चांदी की मांग में उछाल आया है।
- औद्योगिक उपयोग में वृद्धि: इलेक्ट्रॉनिक्स, सोलर पैनल, और ऑटोमोबाइल सेक्टर में चांदी की खपत बढ़ रही है।
- रुपये की कमजोरी: डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी ने आयातित चांदी को महंगा बना दिया है।
- त्योहारी सीजन की मांग: अक्टूबर से शुरू हो रहे त्योहारी और शादी के मौसम
- में चांदी के आभूषण और बर्तनों की डिमांड बढ़ती है।
निवेशकों के लिए मौका या जोखिम?
- चांदी न केवल आभूषण और औद्योगिक उपयोग की धातु है, बल्कि यह एक बेहतर निवेश विकल्प भी मानी जाती है।
- पिछले एक साल में चांदी की कीमतों ने निवेशकों को करीब 15–18% तक का रिटर्न दिया है।
- हालांकि, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेश हमेशा लंबी अवधि की रणनीति को ध्यान में रखकर ही करना चाहिए।
- लघु अवधि के निवेशक: अगर आप अल्पकालीन (3–6 महीने) निवेशक हैं, तो कीमतों में हल्के उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।
- दीर्घकालीन निवेशक: आने वाले 2–3 वर्षों के लिए चांदी में निवेश लाभदायक साबित हो सकता है, क्योंकि इलेक्ट्रिक व्हीकल और सोलर एनर्जी की बढ़ती मांग चांदी के भविष्य को मजबूत बना रही है।
विशेषज्ञों की राय
- वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में आर्थिक अनिश्चितता बनी रहती है
- तो सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतें भी ऊंचाई छू सकती हैं।
- आने वाले महीनों में चांदी ₹95,000 प्रति किलो तक पहुंच सकती है।
घरेलू खरीदारों के लिए सुझाव
- अगर आप त्योहार या शादी के लिए चांदी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो अगले कुछ सप्ताह में खरीदारी कर लेना सही रहेगा।
- कीमतों पर रोज़ नज़र रखें, क्योंकि वैश्विक भाव बदलने से भारतीय बाजार में अंतर तुरंत दिखता है।
- शुद्धता की जांच करें और हॉलमार्क या प्रमाणित विक्रेता से ही खरीदारी करें।
निष्कर्ष
- आज चांदी की कीमत देखकर खरीदार और निवेशक दोनों चौंक गए होंगे।
- बढ़ती औद्योगिक मांग, रुपये की कमजोरी और त्योहारी खरीदारी की तैयारी ने चांदी को फिर एक बार
- चर्चा में ला दिया है। अगर आप निवेश के नए अवसर तलाश रहे हैं, तो 2025 चांदी
- में निवेश के लिए एक शानदार साल साबित हो सकता है।