श्रेयसी सिंह शूटर : बिहार की सियासत में एक नया चमकता सितारा उभरा है – श्रेयसी सिंह, जो भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता, अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर और कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट हैं। हाल ही में उन्हें बिहार मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई, जिसके साथ ही खेल के मैदान से लेकर राजनीति के मंच तक उनकी मजबूत मौजूदगी दर्ज हो गई है।
बिहार की नई मंत्री के रूप में एंट्री
20 नवंबर को श्रेयसी सिंह ने बिहार कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली और अब वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार का हिस्सा हैं। यह पहली बार है जब उन्हें राज्य कैबिनेट में शामिल किया गया है, इसलिए उन्हें “न्यू एंट्रेंट” यानी नए चेहरे के रूप में देखा जा रहा है। जामुई से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर उन्होंने पार्टी का भरोसा और मजबूत किया है, जिसका नतीजा उन्हें मंत्री पद के रूप में मिला।

जामुई की लोकप्रिय नेता और दो बार की विधायक
श्रेयसी सिंह जामुई विधानसभा सीट से BJP की मजबूत नेता बनकर उभरी हैं। 2025 बिहार विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें एनडीए उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्होंने राजद (RJD) के उम्मीदवार मोहम्मद शमशाद आलम के खिलाफ जामुई से मुकाबला किया और जीत हासिल की।
इससे पहले 2020 के चुनाव में श्रेयसी ने RJD के विजय प्रकाश को 13,026 वोटों के अंतर से हराया था। उस समय उन्हें 79,603 वोट मिले थे, जबकि विजय प्रकाश को 66,577 वोट मिले थे, जो उनकी लोकप्रियता और मजबूत ग्राउंड कनेक्ट को साबित करता है।
राजनीतिक परिवार से ताल्लुक
श्रेयासी सिंह का ताल्लुक एक बेहद सशक्त और प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से है। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी हैं, जो पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सरकार में मंत्री रहे और लोकसभा व राज्यसभा – दोनों सदनों के सदस्य रहे थे। उनकी मां, पुत्रुल कुमारी भी संसद सदस्य रह चुकी हैं, जिससे राजनीति उनके लिए नया नहीं बल्कि परिवार की विरासत का हिस्सा रही है।
- जामुई क्षेत्र की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी काफी महत्वपूर्ण रही है
- क्योंकि यह लोकसभा सीट पहले लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के प्रमुख चिराग
- पासवान के प्रभाव वाले क्षेत्र के रूप में जानी जाती रही है। ऐसे क्षेत्र में अपना मजबूत राजनीतिक
- आधार बनाना श्रेयसी की नेतृत्व क्षमता को और ज्यादा उजागर करता है।
2020 में BJP जॉइन कर बनाई अलग पहचान
श्रेयसी सिंह ने वर्ष 2020 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। अपने खेल करियर की लोकप्रियता और सशक्त व्यक्तित्व के कारण वे जल्दी ही पार्टी की प्रमुख युवा चेहरों में शामिल हो गईं। 2020 में ही उन्होंने पहली बार जामुई से विधानसभा चुनाव लड़ा और सीधे जीतकर विधानसभा पहुंचीं, फिर 2025 में दोबारा जीत हासिल की।
- लगातार दो चुनाव जीतने के बाद अब उन्हें बिहार कैबिनेट में जगह मिली है,
- जिससे यह साफ संकेत जाता है कि पार्टी उन्हें भविष्य की बड़ी नेतृत्वकारी भूमिका के लिए तैयार कर रही है।
कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट और शूटर के रूप में करियर
- राजनीति में आने से पहले श्रेयसी सिंह ने शूटिंग के खेल में भारत का नाम रोशन किया है।
- वे डबल ट्रैप (महिला) इवेंट की अंतरराष्ट्रीय शूटर रही हैं और 2018 कॉमनवेल्थ
- गेम्स, गोल्ड कोस्ट (ऑस्ट्रेलिया) में उन्होंने गोल्ड मेडल जीता।
इससे पहले 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स, ग्लास्गो (स्कॉटलैंड) में उन्होंने महिला डबल ट्रैप इवेंट में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। इसके अलावा 2014 एशियन गेम्स, इंचियोन में डबल ट्रैप टीम इवेंट में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल भी जीता, जिससे वे एशियाई स्तर पर भी भारत की प्रमुख शूटरों में गिनी जाती हैं।
अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित और ओलंपियन
शूटिंग में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए श्रेयसी सिंह को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जो भारतीय खिलाड़ियों के लिए सबसे प्रतिष्ठित खेल सम्मान में से एक है। यह सम्मान उनके लंबे समय के योगदान, मेहनत और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों की आधिकारिक पहचान है।
वे पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भारतीय टीम का हिस्सा भी रहीं, जिससे यह साबित होता है कि वे सिर्फ कॉमनवेल्थ या एशियन स्तर तक ही सीमित नहीं रहीं, बल्कि ओलंपिक स्तर पर भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
खेल से राजनीति तक: यूथ के लिए प्रेरणा
- श्रेयासी सिंह की जर्नी खेल से राजनीति तक आने वाली नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है।
- उन्होंने दिखाया कि अगर मेहनत, अनुशासन और लगन हो, तो खेलकूद से शुरू हुआ
- करियर नीति निर्माण और जनसेवा तक भी पहुंच सकता है।
बिहार की राजनीति में उनका आना खासकर युवाओं, महिलाओं और स्पोर्ट्स बैकग्राउंड से आने वाले लोगों के लिए पॉजिटिव मैसेज है कि वे भी सिस्टम का हिस्सा बनकर बदलाव ला सकते हैं।











