WhatsApp यूज़र्स के लिए व्हाट्सएप यूज़र्स के लिए बड़ा अलर्ट! लगभग सभी भारतीयों का डेटा लीक हो सकता है। जानिए कैसे WhatsApp की सुरक्षा खामी से 350 करोड़ से अधिक यूजर्स का नंबर और जानकारी जोखिम में है। Meta को 2017 से पता होने के बावजूद सुरक्षा में देरी से यह हादसा हुआ।
WhatsApp यूज़र्स के लिए व्हाट्सएप की सबसे बड़ी सुरक्षा चूक से लगभग सभी भारतीय यूज़र्स का डेटा लीक होने का खतरा
फरवरी 2025 में ऑस्ट्रिया की यूनिवर्सिटी ऑफ विएना की एक रिसर्च में पता चला कि WhatsApp के कॉन्टैक्ट डिस्कवरी फीचर में एक गंभीर सुरक्षा खामी थी। इससे 3.5 अरब यानी लगभग 350 करोड़ से अधिक यूजर्स के फोन नंबर, प्रोफाइल फोटो, “About” टेक्स्ट जैसी सार्वजनिक जानकारी लीक हो सकती थी। भारत में 50 करोड़ से ज़्यादा यूज़र्स होने के कारण यह सबसे बड़ा डेटा रिस्क बना।
75 करोड़ भारतीय यूज़र्स का डेटा लीक होने का खतरा

इस पोस्ट में बताया जाएगा कि हाल ही में हुई रिसर्च में WhatsApp के 3.5 अरब यूज़र्स के डेटा लीक होने की बात सामने आई, जिसमें भारत के लगभग 75 करोड़ यूज़र्स भी शामिल हैं। फोन नंबर, प्रोफाइल फोटो, स्टेटस जैसी पर्सनल जानकारियां हटा ली गईं। भारतीय यूज़र्स के लिए यह एक बड़ा साइबर सुरक्षा अलर्ट है।
डेटा लीक कैसे हुआ? समझें तकनिकी वजहें
यह लेख WhatsApp के contact-discovery फीचर में मिली खामी को विस्तार से समझाएगा। कैसे कोई भी स्क्रिप्ट के जरिए हजारों नंबर डालकर यूज़र्स की जानकारी निकाल सकता है। Meta कंपनी ने इसे डिज़ाइन की खामी माना है और सुधार की कोशिश कर रही है।
यूज़र्स के लिए सुरक्षा टिप्स अपनी प्राइवेसी कैसे बचाएं?
इस पोस्ट में यूज़र्स को सलाह दी जाएगी कि प्राइवेसी सेटिंग्स में जाएं और अपनी प्रोफाइल फोटोज़, About सेक्शन को “Contacts Only” या “Nobody” कर दें। सतर्क रहें कि अनजान लोगों से फ्रेंड रिक्वेस्ट न स्वीकारें और संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
WhatsApp डेटा लीक से हो सकते हैं ये गंभीर खतरे
यह ब्लॉग बताएगा कि लीक हुए डेटा का उपयोग फेक अकाउंट बनाने,
फिशिंग अटैक्स, पहचान की चोरी और धोखाधड़ी के लिए हो सकता है।
साइबर अपराधी यूज़र्स की जानकारी लेकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
सरकार ने जारी किया WhatsApp यूज़र्स के लिए सुरक्षा अलर्ट
इसमें बताया जाएगा कि भारतीय सरकार ने CERT-IN के माध्यम से
WhatsApp यूज़र्स को चेतावनी दी है। विशेष तौर पर Desktop ऐप
यूज़र्स को अपडेट करने, सावधानी बरतने और संदिग्ध नंबरों को ब्लॉक करने की सलाह दी गई है।
Meta ने क्या कहा? WhatsApp डेटा लीक पर कंपनी की प्रतिक्रिया
Meta (WhatsApp के मालिक) ने सफाई दी है कि एंड टू एंड
एन्क्रिप्शन सुरक्षित है। रिसर्चर्स ने जो डेटा निकाला वह केवल सार्वजनिक
प्रोफाइल की जानकारी थी। कंपनी ने कहा है कि वह इस खतरे को खत्म करने के लिए काम कर रही है।
WhatsApp डेटा लीक के बाद भारत में कड़े डेटा सुरक्षा कानून की आवश्यकता
यह पोस्ट DPDP (डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन) कानून की
महत्ता पर जोर देगी, जो यूज़र्स के डेटा की सुरक्षा करता है।
ऐसे कानून डेटा लीक को रोकने में मदद करेंगे और यूज़र्स को बेहतर सुरक्षा देंगे।








