Family pension rules in India EPFO नियमों के अनुसार, दो पत्नियों के मामले में फैमिली पेंशन किसे मिलती है? जानें किन परिस्थितियों में पेंशन का अधिकार तय होता है और प्रक्रिया क्या है।
Family pension rules in India EPFO के नियम बताते हैं कि दो पत्नियों की स्थिति में फैमिली पेंशन का वितरण कैसे होता है और किसे इसका वैध अधिकार मिलता है
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के नियम परिवार पेंशन के अधिकार को लेकर काफी स्पष्ट हैं। विशेष रूप से तब, जब किसी व्यक्ति की दो पत्नियां हों। ऐसे मामलों में पेंशन किसे मिलेगी, किन परिस्थितियों में मिलेगी और किसे वैध हकदार माना जाएगा—इन सभी बातों का निर्धारण EPFO के नियमों के अनुसार किया जाता है।
पहली कानूनी पत्नी को प्राथमिक अधिकार (Primary Right)

EPFO फैमिली पेंशन का सबसे पहला हक कानूनी पत्नी को देता है।
यदि व्यक्ति की पहली पत्नी:
- कानूनी रूप से शादीशुदा है
- जीवित है
- और तलाक नहीं हुआ है
तो पेंशन उन्हीं को मिलेगी।
👉 दूसरी पत्नी को पेंशन का अधिकार नहीं मिलता, भले ही उनका नाम व्यक्ति ने EPFO Nominee में लिखा हो।
दूसरी पत्नी कब पात्र बनती है?
दूसरी पत्नी को EPFO फैमिली पेंशन तब मिल सकती है जब:
- पहली पत्नी की मृत्यु हो चुकी हो
- या कानूनी रूप से तलाक हो गया हो
ऐसी स्थिति में दूसरी पत्नी को कानूनी मान्यता मिल जाती है और वह पेंशन प्राप्त करने की पात्र हो जाती है।
जब दोनों पत्नियां कानूनी रूप से मान्य हों
कुछ मामलों में (जैसे मुस्लिम पर्सनल लॉ), व्यक्ति की दो पत्नियां कानूनी रूप से मान्य हो सकती हैं।
ऐसी स्थिति में EPFO के अनुसार:
- फैमिली पेंशन दोनों पत्नियों में बाँटी जाती है
- राशि का विभाजन बराबर भी हो सकता है या नियम अनुसार निर्धारित अनुपात में
यह स्थिति कम होती है, लेकिन कानून इसे मान्यता देता है।
नामांकन (Nomination) का क्या महत्व है?
EPFO Nomination में पत्नी का नाम होने से पेंशन का अधिकार अपने आप नहीं मिलता।
फैमिली पेंशन मिलती है:
- कानूनी पत्नी को
- न कि केवल Nominee में लिखी पत्नी को
यानी अगर दूसरी पत्नी Nominee हो और पहली पत्नी कानूनी रूप से वैध है, तो पेंशन पहली पत्नी को ही मिलेगी।
बच्चों का अधिकार (Children’s Pension)
यदि पत्नी जीवित न हो या पात्र न हो तो पेंशन का अधिकार:
- 25 वर्ष से कम आयु के बच्चे, या
- विकलांग बच्चे
को मिल सकता है।
EPFO बच्चों के जीवनयापन की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।
दूसरी शादी अवैध होने पर क्या होता है?
यदि पहली पत्नी जीवित है और तलाक नहीं हुआ है, तो:
- दूसरी शादी अवैध (Invalid) मानी जाती है
- अवैध पत्नी को EPFO फैमिली पेंशन नहीं मिलती
- अवैध शादी से हुए बच्चों का अधिकार — बच्चों को पेंशन मिल सकती है
क्योंकि कानून बच्चों को दंडित नहीं करता।
EPFO फैमिली पेंशन का नियम स्पष्ट कहता है:
- पहली कानूनी पत्नी को प्राथमिक हक
- पहली पत्नी न होने पर दूसरी पत्नी पात्र
- दोनों कानूनी हों तो पेंशन का बंटवारा
- बच्चों के लिए विशेष सुरक्षा प्रावधान
- Nomination पेंशन का आधार नहीं, सिर्फ रिकॉर्ड है
इन नियमों का मकसद—पेंशन वितरण में विवाद को रोकना और कानूनी संरचना के अनुसार सही हकदार को लाभ देना है।











