Secondary memory एक स्थायी (permanent) और non-volatile मेमोरी होती है, जिसमें डाटा और प्रोग्राम्स कंप्यूटर के बंद हो जाने पर भी सुरक्षित रहते हैं। इसका उपयोग बड़े डाटा के स्थायी स्टोरेज और बैकअप के लिए किया जाता है, जिसे CPU सीधे एक्सेस नहीं कर सकता।
Secondary Memory के प्रकार
Secondary memory मुख्यतः दो प्रकार की होती है:
- नियत (Fixed): यह डिवाइस कंप्यूटर के अंदर स्थायी रूप से इंस्टॉल रहती हैं।
उदाहरण: Hard Disk Drive (HDD), Solid State Drive (SSD), Network Attached Storage (NAS)
- हटाने योग्य (Removable): यह डिवाइस हटाई जा सकती है और आसानी से एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में डाटा ट्रांसफर किया जा सकता है। उदाहरण: CD/DVD/Blu-Ray Disk, Pen Drive (USB Flash Drive), SD Card, Floppy Disk, Magnetic Tape
कुछ लोकप्रिय Secondary Memory Devices
- हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD)
- सॉलिड स्टेट ड्राइव (SSD)
- पेन ड्राइव/USB फ्लैश ड्राइव
- ऑप्टिकल डिस्क (CD, DVD, Blu-ray)
- मेमोरी कार्ड (SD Card)
- मैग्नेटिक टेप
- फ्लॉपी डिस्क (Absolete, पुरानी टेक्नोलॉजी)
मुख्य विशेषताएँ
- Secondary memory सस्ती और बड़े डाटा स्टोरेज के लिए उपयुक्त है।
- यह पावर ऑफ होने पर भी डाटा को सुरक्षित रखती है।
इस तरह, secondary memory कंप्यूटर की स्थायी, बड़ी, और सुरक्षित डाटा स्टोरेज के लिए ज़रूरी है, और इसके मुख्यतः दो प्रकार होते हैं: Fixed तथा Removable Storage Devices।






