धर्म एकता भारत : भारत के वृंदावन के प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु संत प्रेमानंद महाराज के लिए एक मुस्लिम युवक द्वारा मदीना में दुआ मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस भावुक घटना ने धर्म की सीमाओं को पार कर इंसानियत का संदेश दिया है। प्रयागराज के रहने वाले सुफियान अल्लाहाबादी ने मदीना की पवित्र भूमि पर खड़े होकर दोनों हाथ उठाकर अल्लाह से प्रार्थना की, “हे अल्लाह, कृपया भारत के महान संत प्रेमानंद महाराज को जल्द से जल्द स्वस्थ करें, ताकि वे अपने भक्तों का मार्गदर्शन जारी रख सकें”.
सुफियान का संदेश: इंसानियत सबसे बड़ा धर्म

वीडियो में सुफियान अपने मोबाइल पर प्रेमानंद महाराज की तस्वीर दिखाते हुए कहते हैं, “मैं प्रयागराज से आया हूं, जहां गंगा-यमुना का संगम है। संत प्रेमानंद महाराज एक बहुत अच्छे इंसान हैं। हमें पता चला कि वे बीमार हैं। हम खिज्रा में हैं। यहां से हम प्रार्थना करते हैं कि अल्लाह उन्हें स्वास्थ्य दे। हम भारत से हैं और हम उनका सम्मान करते हैं। वे एक सच्चे और अच्छे इंसान हैं”. उन्होंने स्पष्ट किया, “हिंदू हो या मुस्लिम, कोई फर्क नहीं पड़ता। एक अच्छा और सच्चा इंसान होना महत्वपूर्ण है”.
प्रेमानंद महाराज की सेहत पर अपडेट
- प्रेमानंद महाराज को लंबे समय से किडनी संबंधी समस्या है। वे नियमित रूप से डायलिसिस के लिए आश्रम में उपचार ले रहे हैं.
- उनकी नियमित प्रातःकालीन पदयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है, जिससे भक्तों में चिंता बढ़ गई थी.
- आश्रम के प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि वे अभी भी अपनी दैनिक दिनचर्या जारी रखे हुए हैं, लेकिन अफवाहों पर ध्यान
- न देने की अपील की है. महाराज ने यूट्यूबर एल्विश यादव से कहा, “दोनों किडनी फेल हैं, अब ठीक होने को कुछ नहीं बचा”.
वायरल वीडियो का प्रभाव
- लगभग 1 मिनट 20 सेकंड का यह वीडियो फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स (ट्विटर) पर तेजी से वायरल हो रहा है.
- हजारों लोगों ने इसे शेयर किया है और इसे भारत की गंगा-जमुनी संस्कृति का जीवंत उदाहरण बताया है.
- अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने भी सुफियान के कार्य की सराहना
- की और कहा कि इस्लाम सहिष्णुता और इंसानियत का धर्म है.
धार्मिक सद्भाव का प्रतीक
- सुफियान की यह प्रार्थना मदीना की पवित्र भूमि से वृंदावन के आध्यात्मिक केंद्र तक एक आध्यात्मिक पुल बना रही है.
- यह घटना दिखाती है कि जब एक धर्म का अनुयायी दूसरे धर्म के संत के लिए दुआ मांगता है,
- तो यह वास्तविक भारत की भावना को दर्शाता है.
- लोग इसे धार्मिक सद्भाव और एकता का शक्तिशाली प्रतीक मान रहे हैं।
- प्रेमानंद महाराज के लिए मदीना में दुआ मांगना सिर्फ एक धार्मिक कृत्य नहीं, बल्कि इंसानियत की जीत है।
- यह घटना भारत की बहुसांस्कृतिक पहचान को मजबूत करती है और दुनिया को यह संदेश देती है
- कि धर्म से ऊपर इंसानियत होती है। सुफियान के इस कदम ने न केवल भक्तों को भावुक किया
- बल्कि साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए एक नई प्रेरणा दी है!
प्रेमानंद महाराज के लिए मदीना में दुआ मांगना सिर्फ एक धार्मिक कृत्य नहीं, बल्कि इंसानियत की जीत है। यह घटना भारत की बहुसांस्कृतिक पहचान को मजबूत करती है और दुनिया को यह संदेश देती है कि धर्म से ऊपर इंसानियत होती है। सुफियान के इस कदम ने न केवल भक्तों को भावुक किया, बल्कि साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए एक नई प्रेरणा दी है!