Petal Gahlot : भारत की विदेश नीति और कूटनीति के क्षेत्र में एक उभरती हुई चेहरा हैं पेटल गहलोत, जिन्होंने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के भाषण का ताकतवर और सटीक जवाब देकर देश का गौरव बढ़ाया है। इस ब्लॉग पोस्ट में जानेंगे कौन हैं पेटल गहलोत, उनकी शैक्षिक और पेशेवर यात्रा, और कैसे उन्होंने भारत की आवाज को विश्व मंच पर मजबूती से प्रस्तुत किया।
पेटल गहलोत कौन हैं?
पेटल गहलोत भारत की स्थायी मिशन की पहली सचिव हैं, जो जुलाई 2023 में इस पद पर नियुक्त हुईं। अपनी कूटनीतिक यात्रा से पहले, उन्होंने 2020 से 2023 तक भारतीय विदेश मंत्रालय में यूरोपीय वेस्ट डिवीजन में उप सचिव के रूप में कार्य किया। उनकी सेवाएं भारत के मिशन और वाणिज्य दूतावास पेरिस और सैन फ्रांसिस्को में भी महत्वपूर्ण रहीं।

शैक्षिक योग्यता
पेटल ने अपनी स्नातक की डिग्री राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र और फ्रेंच साहित्य में मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से प्राप्त की। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वूमेन से राजनीति विज्ञान और सरकार में मास्टर्स किया। आगे चलकर उन्होंने मिडलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज, मोन्टेरी से भाषा व्याख्या और अनुवाद में मास्टर्स डिग्री हासिल की।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में ताकतवर जवाब
- पेटल गहलोत ने यूएनजीए में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के भाषण का जवाब देते हुए
- कहा कि पाकिस्तान अपनी विदेश नीति में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।
- उन्होंने पाकिस्तान की आतंकवादी ठिकानों और उनके समर्थन में पाकिस्तान के सैन्य और
- सिविल अधिकारियों के रुख को उजागर किया। पेटल ने कहा कि 9 मई तक पाकिस्तान ने भारत
- पर हमलों की धमकी दी थी, लेकिन 10 मई को ही पाकिस्तान की सेना ने युद्धविराम के लिए आग्रह किया।
यह तीखा और तथ्यपूर्ण जवाब भारत की कूटनीति के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जो दुनिया के सामने पाकिस्तान की नीतियों की सच्चाई को उजागर करता है।
पेटल गहलोत का बहुमुखी व्यक्तित्व
- पेटल सिर्फ एक बढ़िया डिप्लोमैट ही नहीं, बल्कि एक प्रतिभाशाली संगीतकार भी हैं।
- वह गिटार बजाने और संगीत वीडियो साझा करने में रुचि रखती हैं। उनके द्वारा गाए गए
- इतालवी गाने “Bella Ciao” और “Lost On You” सोशल मीडिया पर लोकप्रिय हुए हैं
- जो उनके कला के प्रति लगाव को दर्शाते हैं।
भारत के लिए रोल मॉडल
पेटल गहलोत की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से कूटनीति के जटिल क्षेत्र में सफलता पा सकते हैं। उनका यंग और डायनेमिक व्यक्तित्व भारत की विदेश नीति में नई उम्मीदें जगाता है।