मोकामा दुलारचंद मर्डर केस : मोकामा दुलारचंद मर्डर केस में सियासी सरगर्मी तेज़ बनी हुई है, जहां घटना स्थल से जुड़े अहम सबूतों की तलाश लगातार जारी है और CID ने जांच की कमान संभाल ली है. दुलारचंद यादव को कुचलने वाली कार सहित हथियार और अन्य सुरागों की गहन छानबीन हो रही है, जिससे मामले में शामिल आरोपितों की पहचान और गिरफ्तारी ठोस सबूतों के आधार पर की जा रही है.
हत्याकांड की पूरी घटना
मोकामा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या की गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत किसी भारी वस्तु — यानी वाहन — के ऊपर से गुजरने से हुई थी; उनके शरीर पर गंभीर फ्रैक्चर और फेफड़ों को क्षति पहुंची थी. प्रारंभिक रिपोर्टों में गोलियों की बात भी आई, लेकिन विशेषज्ञों ने स्पष्ट कर दिया कि वास्तविक कारण छाती पर वाहन के गुजरने से आई गहरी चोट है.

CID जांच और पुलिस एक्शन
- मामले की जांच CID और पटना पुलिस की विशेष टीम कर रही है, जिसमें DIG जयंत कांत स्वयं स्थल
- का निरीक्षण कर रहे हैं. CID अधिकारियों ने फोरेंसिक टीम के साथ घटना स्थल की बारीकी से जांच की,
- क्षतिग्रस्त वाहनों के सैंपल लिए गए और सुराग जुटाए गए. जांचकर्ता इस बात का पता लगाने में जुटे हैं
- कि दुलारचंद यादव की हत्या दुर्घटना थी या सुनियोजित साजिश का हिस्सा है.
आरोपितों की गिरफ्तारी और पूछताछ
- मामले में कई नामजद और संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है
- अब तक 80 से अधिक लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं. जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को न्यायिक
- हिरासत में भेजा गया है, जिनसे हथियार, कार और उसे चलाने वालों की जानकारी पूछी जा रही है.
- पुलिस, जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी समेत अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ कर रही है.
सुरागों की तलाश और इलाके में तनाव
दुलारचंद को कुचलने वाली कार अब तक बरामद नहीं हुई है; पुलिस लगातार खोजबीन कर रही है और घटना स्थल से जुटाए गए पत्थर, फोरेंसिक सैंपल प्रयोगशाला भेजे गए हैं. इलाके में अभी भी तनाव का माहौल बना हुआ है और पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं.
सियासी और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
- मोकामा केस ने चुनावी माहौल को गर्मा दिया है। विपक्ष और जनप्रतिनिधि इस जघन्य हत्याकांड
- पर सरकार और पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. डीजीपी के अनुसार, इस
- मामले की गुत्थी जल्द सुलझाने के लिए हाईलेवल मॉनिटरिंग की जा रही है.
मोकामा दुलारचंद मर्डर केस न केवल बिहार की सियासत को झकझोर रहा है, बल्कि इसकी क्राइम इन्वेस्टिगेशन CID के नेतृत्व में बेहतरीन उदाहरण पेश कर रही है. हत्या की वजह और इसमें इस्तेमाल हुई कार की तलाश, इस केस की अहम कड़ी है जिसकी जांच आगे बढ़ रही है. पुलिस और CID के संयुक्त प्रयास से उम्मीद है कि जल्द ही दोषियों की पहचान और सजा तय होगी.







