US visa social media check : नया अमेरिकी वीजा नियम ने भारतीय IT प्रोफेशनल्स और उनके परिवारों में हड़कंप मचा दिया है। 15 दिसंबर 2025 से शुरू हो रहे सोशल मीडिया चेक के कारण H-1B और H-4 वीजा अपॉइंटमेंट्स कैंसल हो रहे हैं, और प्रोसेसिंग टाइम बढ़ रहा है। अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट की 3 दिसंबर 2025 की घोषणा के मुताबिक, सभी अप्लायर्स को फेसबुक, इंस्टाग्राम, X (ट्विटर), लिंक्डइन आदि अकाउंट्स को “पब्लिक” मोड में सेट करना अनिवार्य होगा।
नया अमेरिकी वीजा नियम क्या है? सोशल मीडिया चेक का विस्तार
सोशल मीडिया चेक अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट की नई वेटिंग प्रोसेस है, जो अप्लायर्स की ऑनलाइन प्रेजेंस की स्कैनिंग करती है। 3 दिसंबर 2025 को जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि 15 दिसंबर से H-1B और H-4 अप्लायर्स के सभी सोशल मीडिया प्रोफाइल्स को पब्लिक रखना होगा। कंसुलर ऑफिसर्स पोस्ट्स, इंटरैक्शन्स, फोटोज और पब्लिक कंटेंट चेक करेंगे, ताकि नेशनल सिक्योरिटी रिस्क (जैसे एंटी-अमेरिकन व्यूज, क्रिमिनल एक्टिविटी या जॉब डिटेल्स में इनकंसिस्टेंसी) का पता लगे।

यह विस्तार जून 2025 से F/M/J वीजा पर लागू था, जहां अप्लायर्स को DS-160 फॉर्म में सोशल मीडिया हैंडल्स भरने पड़ते थे। अब H-1B (85,000 सालाना, 70% भारतीय) और H-4 (डिपेंडेंट्स) पर लागू होने से 2-3 लाख भारतीय प्रभावित। अगर कोई नेगेटिव कंटेंट मिला, तो वीजा रिजेक्ट (§ 214(b) के तहत इमिग्रेंट इंटेंट का शक) या एडमिनिस्ट्रेटिव प्रोसेसिंग हो सकती है। स्टेट डिपार्टमेंट का कहना: “वीजा एक प्रिविलेज है, राइट नहीं।”
अपॉइंटमेंट कैंसलेशन का हड़कंप: भारतीय कंसुलेट्स में क्या हो रहा?
नई प्रक्रिया लागू होने से कंसुलेट्स की क्षमता कम हो गई है। मिड-टू लेट दिसंबर के H-1B/H-4 इंटरव्यू ऑटोमैटिक कैंसल हो रहे हैं, और नए डेट्स मार्च 2026 तक शिफ्ट हो गए हैं। भारत में हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई कंसुलेट्स सबसे प्रभावित – TCS, Infosys जैसे IT जायंट्स के एम्प्लॉयी वेटिंग में। बायोमेट्रिक्स अपॉइंटमेंट्स जारी हैं, लेकिन वीजा स्टैम्पिंग डिले।
| कंसुलेट | प्रभावित स्लॉट्स | नया डेट शेड्यूल |
|---|---|---|
| हैदराबाद | दिसंबर मिड-एंड | मार्च 2026 |
| चेन्नई | दिसंबर लेट | फरवरी-मार्च 2026 |
| मुंबई | कुछ दिसंबर स्लॉट्स | जनवरी 2026 |
इमिग्रेशन एक्सपर्ट्स (Murthy Law, Fragomen) ने अलर्ट जारी किए: “ट्रैवल प्लान्स रिवाइज करें, प्रोसेसिंग टाइम 6-12 महीने बढ़ सकता है।” होलीडे ट्रैवल बिगड़ रहा है, और H-4 EAD वैलिडिटी भी 5 साल से घटाकर 18 महीने कर दी गई।
भारतीयों में हड़कंप: क्यों बढ़ी चिंता, असर क्या होगा?
भारतीय IT सेक्टर पर सबसे ज्यादा असर – 2025 में 85,000 H-1B में 70% भारतीय। सोशल मीडिया पोस्ट्स (पॉलिटिकल ओपिनियन, प्रोटेस्ट फोटोज) से रिजेक्शन रिस्क बढ़ा। एक अप्लायर्स ने कहा, “पुराने पोस्ट्स डिलीट कर रहे हैं, लेकिन प्राइवेसी का क्या?” फैमिली सेपरेशन, जॉब लॉस का डर। ट्रंप की “अमेरिका फर्स्ट” पॉलिसी से पहले ही H-1B मॉडर्नाइजेशन (स्पेशलाइज्ड जॉब्स फोकस) और $100,000 फीस बढ़ी है।
एक्सपर्ट्स का अनुमान: रिजेक्शन रेट 10-15% बढ़ सकता है। लेकिन सकारात्मक: पारदर्शी अप्लाई से सफलता मिलेगी।
अप्लायर्स के लिए सलाह: कैसे बचें हड़कंप से?
- सोशल मीडिया क्लीनअप: सभी अकाउंट्स पब्लिक सेट करें, पुराने नेगेटिव पोस्ट्स डिलीट। प्राइवेसी पॉलिसी चेक करें।
- डॉक्यूमेंट्स मजबूत: जॉब लेटर, सैलरी प्रूफ, टाईज टू होम कंट्री दिखाएं।
- ट्रैवल प्लानिंग: नॉन-यूर्जेंट ट्रिप अवॉइड, नए डेट्स बुक करें।
- लीगल हेल्प: इमिग्रेशन अटॉर्नी (Murthy, Fragomen) से कंसल्ट।
- अपडेट्स फॉलो: USCIS/DoS वेबसाइट चेक, DS-160 में सही हैंडल्स भरें।
नया अमेरिकी वीजा नियम – अवसर या बाधा!
सोशल मीडिया चेक शुरू होने से भारतीयों में हड़कंप साफ दिख रहा है, लेकिन तैयारी से पार पाया जा सकता है। यह नियम नेशनल सिक्योरिटी मजबूत करता है, लेकिन प्राइवेसी और डिले की चिंता बनी रहेगी। क्या आपका अपॉइंटमेंट प्रभावित हुआ? कमेंट्स में शेयर करें! US वीजा अपडेट 2025 के लिए ब्लॉग सब्सक्राइब करें।








