Hyundai Kia दुनियाभर में सिर्फ दो ऑटो कंपनियों की Hybrid Cars ने मचाया बवाल! 10 लाख सेल्स का रिकॉर्ड बनने के कगार पर। जानिए किन ब्रांड्स की हाइब्रिड कारें सबसे ज्यादा बिक rahi हैं और क्यों लोग इन पर दीवाने हैं।
Hyundai Kia हाइब्रिड कार्स ने मचाया बवाल, 2025 में 11 लाख की बिक्री का रिकॉर्ड बनने के आसार

#Hyundai और किआ ने वैश्विक स्तर पर हाइब्रिड कारों के मामले में एक बड़ा धमाका किया है। दोनों कंपनियों ने 2025 के पहले तीन क्वार्टर में संयुक्त रूप से 8,31,933 हाइब्रिड वाहन बेचे हैं, जो पिछले साल की तुलना में 27.2 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि है। इस तेजी के साथ, पूरे साल की बिक्री 11 लाख यूनिट्स से भी अधिक होने की उम्मीद है, जो इस क्षेत्र में एक नया रिकॉर्ड बन जाएगा। ह्युंडई और किआ की यह सफलता दर्शाती है कि उपभोक्ता अब पारंपरिक इंजन से हटकर हाइब्रिड और ईंधन-कुशल गाड़ियों की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।
Hyundai Kia की हाइब्रिड कारों की लोकप्रियता
ह्युंडई और Kia की हाइब्रिड कारों में सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल हैं: टक्सन हाइब्रिड (132,991 यूनिट्स), स्पोर्टेज हाइब्रिड (120,054 यूनिट्स) और सांता फे हाइब्रिड (95,168 यूनिट्स)। खास तौर पर मिड-साइज़ एसयूवी मॉडल की बात करें तो इन्हीं की वजह से इस बढ़ोतरी के पीछे की सबसे बड़ी वजह है। अमेरिका और यूरोप जैसे बड़े बाजारों में हाइब्रिड कारों की मांग इतनी बढ़ी है कि वे पारंपरिक पेट्रोल और डीजल इंजन वाली कारों की जगह तेजी से ले रही हैं।
अमेरिका और कोरिया में हाइब्रिड की बढ़ती मांग
विशेष रूप से अमेरिका में, इलेक्ट्रिक वाहन (EV) के लिए मिलने वाली सब्सिडी खत्म होने के बाद हाइब्रिड कारों की मांग और भी बढ़ गई है। इसी को देखते हुए, ह्युंडई ने सितंबर में अमेरिका में पालिसेड हाइब्रिड को लॉन्च किया और अपने अलबामा प्लांट में सांता फे हाइब्रिड का उत्पादन भी बढ़ाया। पारंपरिक इलेक्ट्रिक वाहनों की महंगी कीमत और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण हाइब्रिड कारें उपभोक्ताओं के लिए एक व्यावहारिक विकल्प बन गई हैं।
कोरिया में भी ह्युंडई की पालिसेड हाइब्रिड कार ने अपनी गैसोलीन वैरिएंट को पीछे छोड़ दिया है। सितंबर तक, कोरिया में 26,930 पालिसेड हाइब्रिड कारें बिकी हैं, जबकि गैसोलीन मॉडल की बिक्री 18,005 यूनिट्स ही रही। ये आंकड़े कोरियाई उपभोक्ताओं के ईंधन-सक्षम विकल्पों को चुनने की प्रवृत्ति को दर्शाते हैं।
हाइब्रिड कारों का भविष्य और उद्योग में बदलाव
ह्युंडई और किआ ने हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण से कुछ संसाधनों को हाइब्रिड कारों की उत्पादन में लगाने का निर्णय लिया है। उदाहरण के लिए, जीनेसिस GV70 ईवी मॉडल का उत्पादन थोड़ा ठहरा दिया है ताकि हाइब्रिड कारों की मांग को पूरा किया जा सके। यह कदम इस बात का संकेत है कि अभी भी हाइब्रिड वाहन बाजार में बहुत ज्यादा संभावनाएं हैं क्योंकि वैश्विक स्तर पर ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और कीमत जैसी चुनौतियां पूरी तरह से दूर नहीं हुई हैं।
- इसके अलावा, ह्युंडई ने अलबामा प्लांट में सांता फे हाइब्रिड का उत्पादन
- पिछले साल की तुलना में 140 प्रतिशत बढ़ा दिया है।
- यह वृद्धि भविष्य की मांग में भारी इजाफा दर्शाती है।
भारत में हाइब्रिड कारों की संभावनाएं
- जहां वैश्विक बाजारों में हाइब्रिड गाड़ियों का बोलबाला है,
- वहीं भारत जैसे देशों में भी हाइब्रिड कारों की मांग तेजी से बढ़ रही है।
- भारत सरकार की ईंधन बचत और प्रदूषण नियंत्रण संबंधी नीतियां,
- साथ ही बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतें,
- हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक कारों की ओर उपभोक्ताओं को प्रेरित कर रही हैं।
निष्कर्ष
- ह्युंडई और किआ की हाइब्रिड कारों की इतनी बड़ी बिक्री यह दर्शाती है
- कि दुनिया हाइब्रिड तकनीक को स्वीकार कर रही है,
- और यह तकनीक ईंधन की बचत और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- दोनों कंपनियों का यह योगदान हाइब्रिड और हरित
- वाहन बाजार में उनकी अग्रणी स्थिति को और मजबूत करता है।
- आने वाले वर्षों में भी हाइब्रिड कारों की मांग में इजाफा देखने को
- मिलेगा और ये वाहन स्मार्ट मोबिलिटी के ट्रेंड का हिस्सा बनेंगे।
इस पूरी कहानी से साबित होता है कि ह्युंडई और किआ की हाइब्रिड कारें न केवल तकनीकी रूप से उन्नत हैं बल्कि बाजार में उन्हें लोगों का भरपूर समर्थन भी मिल रहा है, जो भविष्य के लिए बहुत ही उत्साहवर्धक खबर है।







