Hyundai Tucson भारत में इस कंपनी ने अपनी कार की बिक्री पूरी तरह बंद कर दी है। वेबसाइट से मॉडल हटाया गया, जानिए क्यों कंपनी ने लिया ये बड़ा फैसला।
हुंडई टुक्सन को निर्माता ने वेबसाइट से हटाया, क्या हो सकती है बिक्री बंद

भारत में हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है जहां कई प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों ने अपने लोकप्रिय कार मॉडलों की बिक्री बंद कर दी है और इन्हें अपनी आधिकारिक वेबसाइट से भी हटा दिया है। इस लेख में, खास तौर पर हुंडई की मशहूर लग्जरी SUV ‘टुक्सन’ की बिक्री बंद होने और वेबसाइट से हटाए जाने की वजहों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। साथ ही, भारत में बंद हुई और भी कार मॉडलों और उनके कारणों पर भी प्रकाश डाला जाएगा।
Hyundai Tucson की बिक्री बंद
Hyundai Tucson, जो कि कंपनी की प्रीमियम SUV मॉडल थी, को अब भारत में बेचने से बंद कर दिया गया है। इसका संकेत इस बात से मिलता है कि कंपनी ने टुक्सन को अपनी आधिकारिक वेबसाइट से हटा दिया है। हालांकि हुंडई की तरफ से अभी इसके बंद होने की आधिकारिक घोषणा नहीं आई है, लेकिन इस कदम से साफ लगता है कि कंपनी फिलहाल इस मॉडल का उत्पादन भारत में नहीं कर रही है। टुक्सन की बंदी के पीछे मुख्य रूप से नए बीएस6 फेज-2 रेंज के उत्सर्जन और सुरक्षा मानकों को पूरा न करना बताया गया है। इसके अलावा, टुक्सन के महंगे दाम और सीमित बिक्री ने भी कंपनी को इस निर्णय पर मजबूर किया है। कंपनी की रणनीति अब अधिक पर्यावरण अनुकूल और इलेक्ट्रिक वाहन के मॉडल्स जैसे क्रेटा ईवी पर केंद्रित होती दिख रही है.
टुक्सन के फीचर्स और लोकप्रियता
Hyundai Tucson अपने स्टाइलिश डिजाइन, उन्नत टेक्नोलॉजी और ADAS (Advanced Driver Assistance Systems) सेफ्टी फीचर्स के लिए जानी जाती थी। यह SUV लोगों को एक आरामदायक ड्राइव और प्रीमियम अनुभव देने वाली गाड़ियों में से एक थी। लेकिन समय के साथ और प्रतिस्पर्धी मॉडल्स के आ जाने से इसकी बिक्री में कमी आई। कंपनी ने टुक्सन का नया वर्जन न लॉन्च करके इसे धीरे-धीरे बंद करने का रास्ता चुना.
भारत में बंद हुई अन्य प्रमुख कारें
हाल के सालों में कई कार कंपनियों ने अपनी कुछ लोकप्रिय कारों की बिक्री बंद की है, जिसमें मारुति सुजुकी की सियाज, टाटा मोटर्स की पंच और टियागो के कुछ वेरिएंट्स भी शामिल हैं। जैसे:
- मारुति सुजुकी ने सियाज को बंद कर दिया क्योंकि इसकी बिक्री में लगातार गिरावट आ रही थी।
- इसकी कमी नियमित अपडेट और फीचर्स के कारण हुई जबकि बाजार में प्रतिस्पर्धी मॉडल्स को ज्यादा तवज्जो मिली
- टाटा ने पंच SUV के दो वेरिएंट्स (Pure Adventure और Pure Adventure S) और टियागो के एनआरजी वेरिएंट को बंद कर दिया है। इसके साथ ही नेक्सन SUV के लाल रंग को भी विकल्प से हटा दिया गया है।
- यह कदम कंपनी का उत्पादन बेहतर बनाने और ग्राहकों की वेटिंग पीरियड कम करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.
- भारत में पिछले कुछ वर्षों में हुंडई, महिंद्रा, स्कोडा, होंडा और अन्य कंपनियों की कई कारों का प्रोडक्शन बंद हुआ, जिनमें कई मॉडल की बिक्री कम होने की वजह से कंपनी ने उन्हें हटाया.
बंद होने के मुख्य कारण
भारत में इन कार मॉडलों की बिक्री बंद होने के पीछे कई कारण हैं, जिनमें मुख्य हैं:
- घटती मांग: उपभोक्ता बदलते ट्रेंड और पसंद के हिसाब से
- नई तकनीक और फीचर्स वाली गाड़ियां खरीदना पसंद करते हैं।
- जिन मॉडलों में यह कमी रही, उनकी बिक्री गिर गई।
- नवीनतम उत्सर्जन और सुरक्षा नियम: बीएस6 फेज-2 जैसे नए वाहन उत्सर्जन और सुरक्षा मानक के कारण कई पुराने और अपडेटेड न किए गए मॉडल्स को बंद करना पड़ा।
- कीमत में वृद्धि और प्रतिस्पर्धा: महंगी होने के कारण कुछ मॉडल्स की बिक्री कम हुई।
- प्रतिस्पर्धी कंपनियां बेहतर फीचर्स और किफायती कीमतों में नए कार मॉडल्स ला रही हैं।
- कंपनी रणनीतियां: अधिक इलेक्ट्रिक और SUV सेगमेंट पर फोकस करने के चलते
- कुछ व्यावसायिक दृष्टि से व्यवहारिक न रहने वाले मॉडल्स को हटाया गया।
भविष्य की संभावनाएं
- ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में तेजी से बदलाव हो रहा है।
- कंपनियां अब ज्यादा पर्यावरण मित्र वाहन और इलेक्ट्रिक मॉडल्स को प्राथमिकता दे रही हैं।
- हुंडई जैसी कंपनियां उदाहरण स्वरूप टुक्सन SUV के बंद करने के
- बाद क्रेटा ईवी जैसे नए मॉडल्स लॉन्च कर रही हैं।
- भारतीय कार बाजार में ऐसे बदलाव उपभोक्ताओं को नई तकनीक,
- बेहतर माइलेज और पर्यावरण सुरक्षा के लिहाज से फायदेमंद साबित होंगे।
- इसलिए यह कहा जा सकता है कि जहां एक ओर कुछ पुरानी और
- धीमी बिक्री वाली कारों का सफर खत्म हो रहा है,
- वहीं नई और उन्नत तकनीक वाली गाड़ियां भारतीय बाजार में अपना स्थान बना रही हैं।
निष्कर्ष
- यह बदलाव भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार की तेजी से विकसित होती प्रकृति का संकेत भी है।
- कंपनियां ग्राहकों की बदलती मांग और पर्यावरणीय नियमों के
- हिसाब से अपने उत्पादों में बदलाव कर रही हैं,
- जो आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगा। उपभोक्ताओं को नए फीचर्स,
- इलेक्ट्रिक वाहन और बेहतर सेफ्टी सिस्टम से लैस कारों के बीच विकल्प चुनने को मिलेगा,
- जो भारत में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा बढ़ाएगा।







