जोहरान ममदानी भाषण : 2025 में न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के चुनाव में जोहरान ममदानी की जीत ने एक नई राजनीतिक कहानी लिखी है। 34 वर्षीय जोहरान ममदानी, जो न्यूयॉर्क शहर के सबसे कम उम्र के मेयर बन गए हैं, ने न केवल जीत का जश्न मनाया बल्कि अपनी जीत के बाद दिया गया भाषण भी विश्वभर में चर्चा का विषय बन गया। ममदानी ने अपने भाषण में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के ऐतिहासिक ‘ट्रिस्ट विद डेस्टिनी’ भाषण का उल्लेख करते हुए एक बड़े बदलाव के संदेश को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।
जोहरान ममदानी: एक नई उम्मीद!
#जोहरान ममदानी ने अपनी राजनीतिक यात्रा में खुद को एक डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट के रूप में स्थापित किया है। उनका यह विश्वास रहा है कि सत्ता साधारण जनता के हाथों में होनी चाहिए, न कि केवल अमीर और प्रभावशाली लोगों के। जीत के बाद उनके भाषण में यह प्रतिबिंबित होता है कि न्यूयॉर्क शहर अब एक नए राजनीतिक युग में प्रवेश कर रहा है जिसमें हर वर्ग के लोगों को समान अवसर और उचित न्याय मिलेगा। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत नेहरू के प्रसिद्ध शब्दों से की, “ऐसा पल इतिहास में बहुत कम आता है जब हम पुराने को छोड़कर नए की ओर बढ़ते हैं।” यह संदेश बदलाव और प्रगति का परिचायक था।

नेहरू का संदर्भ और भाषण की गहराई
जोहरान ममदानी ने नेहरू के उस वक्त के भाषण को उद्धृत किया जो 15 अगस्त 1947 को भारत की आजादी के पल में दिया गया था। उनका कहना था कि न्यूयॉर्क शहर आज उसी तरह पुराने युग से नया युग शुरू कर रहा है, जैसे भारत ने ब्रिटिश शासन से आजादी हासिल की थी। इस तुलना ने उनके भाषण को और अधिक प्रबल और गहरा बना दिया। यह संकेत था कि ममदानी एक समावेशी और प्रगतिशील शहर का सपना देखते हैं, जहां हर समुदाय और वर्ग को सम्मान और अवसर मिले।
डोनाल्ड ट्रंप के लिए चार शब्द
अपने भाषण में जोहरान ममदानी ने खास तौर पर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप, चूंकि मैं जानता हूं कि आप देख रहे हैं, मैं आपके लिए चार शब्द कहता हूं: वॉल्यूम बढ़ाओ।” यह एक प्रबल संदेश था कि न्यूयॉर्क शहर, जो ट्रंप की राजनीतिक जड़ें रही है, अब उनका मुकाबला कर सकता है और उन्हें परास्त कर सकता है। ममदानी ने यह भी कहा कि वे भ्रष्टाचार और अमीरों की मनमनाही को खत्म करने के लिए कड़ा संघर्ष करेंगे।
बहुसांस्कृतिक और युवा केंद्रित अभियान
- जोहरान ममदानी का चुनाव अभियान न्यूयॉर्क के बहुसांस्कृतिक और धार्मिक रूप से विविध समाज को जोड़ने वाला था।
- उन्होंने विभिन्न समुदायों से बातचीत की, मंदिरों, गुरुद्वारों और मस्जिदों का दौरा किया
- ताकि वे अधिक से अधिक लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकें। वे युवा मतदाताओं के बीच खासे लोकप्रिय रहे
- जिन्होंने यह माना कि ममदानी की नीतियां उनकी आर्थिक समस्याओं जैसे किराया नियंत्रण
- बच्चो की देखभाल और सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के लिए जरूरी हैं।
जीत का सांस्कृतिक रंग: बॉलीवुड का कनेक्शन
ममदानी का भाषण केवल राजनीतिक नहीं था, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध था। उन्होंने अपनी जीत के जश्न में बॉलीवुड की प्रसिद्ध गीत “धूम मचाले” को भी शामिल किया, जो न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय में खासा उत्साह लेकर आया। उनकी यह बहुभाषी और बहुसांस्कृतिक अपील, खासकर युवा वर्ग के लिए, एक नया राजनीतिक दृष्टिकोण स्थापित कर रही है।
प्रभाव और भविष्य की उम्मीदें!
- जोहरान ममदानी की जीत न केवल एक राजनीतिक सफलता है, बल्कि यह अमेरिकी राजनीति में विविधता और
- सामाजिक समानता की दिशा में बड़ा कदम है। वे न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मेयर हैं
- जो यह दर्शाता है कि अमेरिका में राजनीतिक शक्ति अब और अधिक समावेशी हो रही है।
- उनकी नीतियां और नेतृत्व इस विशाल शहर को और अधिक न्यायसंगत और विकासशील बनाने का वादा करती हैं।
उनका भाषण एक प्रेरणादायक संदेश है कि बड़े बदलाव के लिए उम्मीद, धैर्य और दृढ़ता की जरूरत होती है। साथ ही यह दिखाता है कि इतिहासकारों की तरह नए नेताओं को भी इतिहास के उन पलों का एहसास होता है जब वे समाज और देशों को पुराने से नए युग में ले जाते हैं।
- जोहरान ममदानी का जीत वाला भाषण अपने आप में एक राजनीतिक और सांस्कृतिक इवेंट बन गया है।
- नेहरू से लेकर ट्रंप तक के उनके संदर्भ, बहुसांस्कृतिक अपील, युवाओं को जोड़ने की रणनीति
- और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश, ये सभी बातें उनकी जीत को आम जनता के लिए ऐतिहासिक बनाती हैं।
- अमेरिका में राजनीतिक बदलाव की यह कहानी कई देशों और संस्कृतियों के लिए प्रेरणा है।











