Zerodha down 5 दिसंबर : 2025 की सुबह अचानक दुनिया भर के लाखों-करोड़ों यूज़र्स को इंटरनेट पर भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। Amazon Web Services (AWS), Microsoft Azure, Cloudflare और कई बड़े CDN प्रोवाइडर एक साथ डाउन हो गए। नतीजा? ChatGPT, Google Cloud के कुछ सर्विसेज, Discord, Crunchyroll, कई बैंकिंग अॅप्स, न्यूज़ वेबसाइट्स और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स कुछ घंटों तक पूरी तरह बंद रहे। यह 2025 की अब तक की सबसे बड़ी ग्लोबल इंटरनेट आउटेज साबित हुई।
कब-कब और कितने बजे से शुरू हुई समस्या? (भारतीय समयानुसार)
- पहला बड़ा धक्का: सुबह करीब 9:30 बजे IST से
- पीक आउटेज: 10:15 से 1:30 बजे IST तक
- धीरे-धीरे रिकवरी: दोपहर 2:30 बजे के बाद ज्यादातर सर्विसेज वापस आईं
- कुल डाउनटाइम: 3-5 घंटे (कुछ यूज़र्स को अभी भी स्पोराडिक इश्यू आ रहे हैं)

कौन-कौन सी बड़ी सर्विसेज हुई डाउन?
- OpenAI (ChatGPT, GPT-4o, API) – पूरी तरह अनुपलब्ध
- Google Cloud के कुछ रीजन
- Microsoft 365, Teams, Azure
- Cloudflare (लाखों वेबसाइट्स 503/504 एरर दिखा रही थीं)
- Discord, Roblox, Grindr, Snap, Hulu
- भारतीय बैंकिंग अॅप्स और UPI में भी दिक्कत (क्योंकि कई बैंक AWS इस्तेमाल करते हैं)
- Zerodha, Groww जैसी ट्रेडिंग अॅप्स भी कुछ देर ऑफलाइन
असल वजह क्या थी?
शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक यह कोई साइबर अटैक नहीं था। बल्कि Cloudflare और Fastly जैसे बड़े CDN प्रोवाइडर्स में एक साथ BGP रूटिंग इश्यू आया, जिसकी वजह से AWS और Azure के कई रीजन तक ट्रैफिक पहुंच ही नहीं पा रहा था। AWS ने ऑफिशियल स्टेटस पेज पर लिखा:
Microsoft और Cloudflare ने भी यही बात कही कि तीसरे पक्ष के नेटवर्क प्रोवाइडर्स में दिक्कत की वजह से चेन रिएक्शन हुआ।
भारत पर कितना असर पड़ा?
- सुबह 10 से 12 बजे के बीच UPI ट्रांजेक्शन में 30-40% गिरावट दर्ज की गई
- कई सरकारी वेबसाइट्स (जो AWS India रीजन पर हैं) स्लो या डाउन रहीं
- वर्क फ्रॉम होम करने वाले लाखों लोगों का Microsoft Teams क्रैश हुआ
- ऑनलाइन क्लासेज, ऑनलाइन एग्जाम और ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स ठप
अब स्थिति क्या है? (5 दिसंबर 2025, शाम 6 बजे तक)
- 95% से ज्यादा सर्विसेज पूरी तरह रिस्टोर हो चुकी हैं
- AWS और Microsoft ने “All Clear” दे दिया है
- Cloudflare अभी भी कुछ रीजन में माइनर इश्यू दिखा रहा है
- OpenAI ने कहा कि उनका API अब 100% ऑपरेशनल है
आगे क्या सबक मिला?
- एक ही क्लाउड प्रोवाइडर पर 100% निर्भरता खतरनाक है
- मल्टी-क्लाउड और मल्टी-CDN स्ट्रैटेजी जरूरी
- ऑफलाइन बैकअप और फेलओवर सिस्टम को मजबूत करना होगा
आज का ग्लोबल इंटरनेट आउटेज यह साबित करता है कि चाहे कितनी भी बड़ी कंपनी हो, इंटरनेट आज भी कितना नाजुक है। सिर्फ 3-4 घंटे की दिक्कत ने दुनिया भर की अर्थव्यवस्था को अरबों रुपए का नुकसान पहुंचाया। उम्मीद है कि 2026 से पहले सभी बड़ी कंपनियां अपनी इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत कर लेंगी।







