डिस्काउंट पर शेयर खरीदना : इश्यू मौजूदा शेयर धारकों के लिए अतिरिक्त शेयर खरीदने का विशेष अधिकार राइट्स इश्यू क्या है?
June 5, 2025 2025-06-05 6:02डिस्काउंट पर शेयर खरीदना : इश्यू मौजूदा शेयर धारकों के लिए अतिरिक्त शेयर खरीदने का विशेष अधिकार राइट्स इश्यू क्या है?
डिस्काउंट पर शेयर खरीदना : इश्यू मौजूदा शेयर धारकों के लिए अतिरिक्त शेयर खरीदने का विशेष अधिकार राइट्स इश्यू क्या है?
डिस्काउंट पर शेयर खरीदना : शेयर बाजार में निवेश करने वाले कई लोगों ने “राइट्स इश्यू” शब्द जरूर सुना होगा। यह कंपनियों द्वारा मौजूदा शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर खरीदने का एक खास अधिकार होता है, वो भी बाज़ार मूल्य से कम यानी डिस्काउंट पर। आइए विस्तार से समझते हैं कि राइट्स इश्यू क्या है, यह कैसे काम करता है, और इससे निवेशकों को क्या लाभ होते हैं।
राइट्स इश्यू क्या है

डिस्काउंट पर शेयर खरीदना
राइट्स इश्यू एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोई कंपनी अपने वर्तमान शेयरधारकों को नए शेयर खरीदने का विशेष अधिकार देती है। ये शेयर आमतौर पर बाज़ार मूल्य से कम यानी डिस्काउंट प्राइस पर दिए जाते हैं। कंपनी यह अधिकार एक निश्चित अनुपात में देती है, जैसे 1:2 या 2:5, यानी आपके पास जितने शेयर हैं, उसके अनुपात में आपको नए शेयर खरीदने का मौका मिलेगा।
उदाहरण:
अगर आपके पास किसी कंपनी के 4 शेयर हैं और कंपनी 1:4 के अनुपात में राइट्स इश्यू लाती है, तो आपको 1 अतिरिक्त शेयर खरीदने का अधिकार मिलेगा।
राइट्स इश्यू क्यों लाया जाता है?
पूंजी जुटाने के लिए: कंपनियां अपने बिजनेस को बढ़ाने, कर्ज चुकाने या नए प्रोजेक्ट्स के लिए फंड इकट्ठा करने के लिए राइट्स इश्यू जारी करती हैं।
मौजूदा शेयरधारकों को प्राथमिकता: कंपनी नए शेयर सबसे पहले अपने मौजूदा निवेशकों को देती है, जिससे उनका मालिकाना हक सुरक्षित रहता है।
राइट्स इश्यू के मुख्य फायदे
डिस्काउंट पर शेयर: राइट्स इश्यू के तहत शेयरधारकों को मार्केट प्राइस से कम दाम पर शेयर खरीदने का मौका मिलता है। जैसे, अगर शेयर की मार्केट कीमत ₹100 है और राइट्स इश्यू ₹90 में है, तो आप 10% छूट पर शेयर खरीद सकते हैं।
मालिकाना हक बरकरार: राइट्स इश्यू के जरिए मौजूदा शेयरधारक अपने हिस्से के
अनुपात में और शेयर खरीद सकते हैं, जिससे उनका मालिकाना प्रतिशत कम नहीं होता।
लिक्विडिटी में बढ़ोतरी: नए शेयर जारी होने से कंपनी के शेयरों की संख्या और बाज़ार में उनकी लिक्विडिटी बढ़ जाती है।
राइट्स इश्यू कैसे काम करता है?
घोषणा: कंपनी राइट्स इश्यू की घोषणा करती है और अनुपात तथा कीमत तय करती है।
योग्यता: जिनके पास एक्स-राइट डेट तक कंपनी के शेयर हैं, वही इस ऑफर के लिए पात्र होते हैं।
अवधि: शेयरधारकों को एक निश्चित समयसीमा दी जाती है, जिसमें वे अपने अधिकार का उपयोग कर सकते हैं।
ट्रेडिंग: कई बार राइट्स को ट्रेड भी किया जा सकता है, यानी अगर आप नए
शेयर नहीं खरीदना चाहते तो अपना अधिकार किसी और को बेच सकते हैं।
क्या राइट्स इश्यू में निवेश करना चाहिए?
राइट्स इश्यू में निवेश करना मौजूदा शेयरधारकों के लिए आमतौर पर फायदेमंद होता है
क्योंकि उन्हें कम कीमत में शेयर मिलते हैं और उनका मालिकाना हक भी बरकरार रहता है।
हालांकि, निवेश से पहले कंपनी की फंडामेंटल स्थिति, फंड जुटाने
का उद्देश्य और भविष्य की संभावनाओं का आकलन जरूरी है।
राइट्स इश्यू मौजूदा शेयरधारकों के लिए डिस्काउंट पर अतिरिक्त शेयर खरीदने
का बेहतरीन मौका है। इससे कंपनी को पूंजी मिलती है और निवेशकों को अपने
पोर्टफोलियो को बढ़ाने का अवसर मिलता है, वो भी कम कीमत में। अगर आप किसी कंपनी के शेयरधारक हैं
और कंपनी राइट्स इश्यू लाती है, तो उसकी शर्तें समझकर सही निर्णय लें
यह आपके निवेश को और मजबूत बना सकता है।