Bihar Election Result 2025 बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में शुरुआती रुझानों में एनडीए को बढ़त, महागठबंधन पीछे, जारी है सीटों की गिनती, पढ़ें लाइव अपडेट।
Bihar Election Result 2025 महागठबंधन के मुकाबले NDA मजबूती से आगे
बिहार चुनाव परिणाम 2025 में महागठबंधन के मुकाबले NDA मजबूती से आगे है। शुरुआती रुझानों के अनुसार, एनडीए गठबंधन 150 से अधिक सीटों पर बढ़त बना चुका है, जबकि महागठबंधन लगभग 100 सीटों से कम पर नजर आ रहा है। भाजपा और जेडीयू ने मिलकर 101-101 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, और भाजपा इसका सबसे बड़ा लाभान्वित पक्ष बनकर उभरी है।
बिहार चुनाव 2025 लाइव रुझान NDA की मजबूत बढ़त

2025 बिहार चुनाव के शुरुआती रुझानों में NDA को स्पष्ट बढ़त मिली है, जहां 150 से अधिक सीटों पर उनका दबदबा नजर आ रहा है। भाजपा और JD(U) गठबंधन ने लगभग बराबर संख्या में सीटों पर बढ़त हासिल की है, जबकि महागठबंधन 90 से कम सीटों पर नेतृत्व में है। रिकॉर्ड voter turnout इस चुनाव को खास बनाता है, जो लगभग 67% रहा।
महागठबंधन पिछड़ा लेकिन मुकाबला कांटे का
आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन को शुरुआती रुझानों में नुकसान हुआ है, लेकिन वे अभी भी करीब 70 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। महागठबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है कि वे सत्ता प्रतिष्ठान के खिलाफ अपनी ताकत दिखा पाएं। चुनाव में कई नए युवा चेहरे उभरकर आए हैं जो इसकी राजनीति को प्रभावित कर रहे हैं।
बीजेपी की भूमिका और सीट आवंटन की जंग
भाजपा ने 101 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं और उनकी बड़ी संख्या में बढ़त शानदार प्रदर्शन को दर्शाती है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और डिप्टी सीएम कई महत्वपूर्ण सीटों पर आगे चल रहे हैं, जो पार्टी की ताकत को और मजबूत करता है। साथ ही, भाजपा ने विपक्षी महागठबंधन के कई दिग्गजों को कड़ी टक्कर दी है।
चुनाव में रिकॉर्ड वोटिंग और उसकी राजनीति पर असर
2025 विधानसभा चुनाव में हुए ऊँचे मतदान प्रतिशत (लगभग 67%) ने चुनावी
राजनीति में बदलाव के संकेत दिए हैं। खासकर महिलाओं की भागीदारी (71.6%) ने
विशिष्ट प्रभाव डाला है। बड़े पैमाने पर मतदाता संलिप्तता ने विकास और
शासन को प्राथमिकता दी है, जो NDA के पक्ष में गया है।
प्रमुख विजेता और पराजित बिहार चुनाव 2025
रुझानों के हिसाब से जेडीयू और भाजपा के कुछ दिग्गज उम्मीदवारों ने बढ़त बनाई है,
जबकि महागठबंधन के कुछ वरिष्ठ नेता चुनावी मायने में पिछड़ गए हैं।
तेजप्रताप यादव जैसे नाम जो महागठबंधन में थे, इस बार बड़े नुकसान में दिख रहे हैं।
राजनीतिक गठबंधनों की रणनीति और चुनावी नतीजे
NDA की रणनीति में सुषासन और विकास को प्रमुख मुद्दा बनाया गया,
जबकि महागठबंधन भ्रष्टाचार और पिछड़ा वर्ग के मुद्दे लेकर मैदान में उतरा।
हालांकि, जनता ने अभी तक विकास के एजेंडे को ज्यादा तवज्जो दी है, जिससे NDA को फायदा हुआ है।
अगली सरकार कौन बनाएगा? चुनावी भविष्यवाणियाँ और संभावित गठबंधन
आधार वोटों और रुझानों को देखते हुए, NDA को बहुमत मिलने की उम्मीद है,
जिससे नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री पद संभाल सकते हैं।
महागठबंधन के साथ-साथ नए गठबंधन या पार्टियों की कड़ी टक्कर
नतीजों को रोचक बनाएगी। आने वाले दिनों में मतगणना के अंतिम परिणाम से साफ तस्वीर सामने आएगी।









