Traditional Rangoli Design: ट्रेडिशनल रंगोली डिज़ाइन्स की बेस्ट और खूबसूरत कलेक्शन देखें! हर त्योहार, पूजा या खास मौके के लिए आसान, रंगीन और आकर्षक पैटर्न—जिन्हें बनाना है बेहद सरल। अभी क्लिक करें और अपने घर को सजाएं शानदार पारंपरिक रंगोली आर्ट के साथ!
ट्रेडिशनल रंगोली डिज़ाइन(Traditional Rangoli Design): रंगों से सजाएं अपने घर का आंगन
भारतीय त्योहारों और खास मौकों पर रंगोली बनाना हर घर की खूबसूरती के साथ—शुभता और सकारात्मकता का संदेश भी होता है। रंगोली सिर्फ फर्श का डिजाइन नहीं, बल्कि यह हमारी पारंपरिक कला, संस्कृति और रचनात्मकता का प्रतीक है। ये डिजाइन आसान, सुंदर और हर तरह के अवसर, चाहे वह दिवाली हो, शादी हो या कोई अन्य उत्सव—के लिए परफेक्ट हैं।
यहाँ जानिए टॉप 12 ट्रेडिशनल रंगोली डिज़ाइनों के नाम और उनकी खासियत—
1) फूलों वाली रंगोली

ताजा फूलों जैसे गुलाब, गेंदा, और पत्तियों से आंगन को सजाकर रंगोली बनाई जाती है।
इसमें गहरे रंगों की पंखुड़ियां बहुत सुंदर लगती हैं और पूरी जगह को नेचुरल खुशबू से भर देती हैं।
2) डॉट पैटर्न रंगोली

इसमें सुंदर ज्यामितीय आकृतियां डॉट्स (बिंदुओं) की मदद से तैयार होती हैं।
साउथ इंडिया में इसे कोलम भी कहते हैं। यह पारंपरिक और बेहद आकर्षक लगता है।
3) स्वास्तिक रंगोली

शुभता के लिए स्वास्तिक का डिजाइन रंगोली में जरूर बनाया जाता है।
इसे रंग-बिरंगे रंगों, फूल या दालों से सजाया जाता है—मुहूर्त, पूजा और दिवाली पर खास लोकप्रिय।
4) लक्ष्मी पदचिह्न (लक्ष्मी पाँव)

माँ लक्ष्मी के स्वागत के लिए दरवाजे या
पूजन स्थल पर उनके पदचिह्न यानी पांव की आकृति की रंगोली बनाई जाती है।
5) दीपक (दीया) वाली रंगोली

रंगोली में मिट्टी के दीये सजाकर उसमें उजाला भर दिया जाता है।
ये डिजाइन दिवाली के लिए खास उपयुक्त है और रात में बेहद सुंदर दिखाई देता है।
6) मंडला डिज़ाइन

मंडला यानी गोल आकार में घेरे-घेरे और घुमावदार डिजाइन,
जिसमें कलरफुल पैटर्न्स शामिल होते हैं। यह डिजाइन आंतरिक शांति और एकता का प्रतीक है।
7) पिकॉक (मोर) रंगोली

मोर के पंखों का रंग-रूप रंगोली में बहुत आकर्षक लगता है। हरे, नीले और पीले रंग की झलक इसमें ख़ास दिखती है।
8) कमल फुल रंगोली

कमल का फूल पवित्रता, सौंदर्य और शुभता का प्रतीक है।
इसमें गुलाबी या सफेद रंग का कमल और उसकी पत्तियों का डिजाइन बनाया जाता है।
9) गणेश रंगोली

भगवान गणेश के स्वरूप या मुख का डिजाइन रंगोली में बनाया जाता है।
पूजा आयोजनों और गणेश चतुर्थी के समय प्रमुखता से इस्तेमाल होता है।
10) सांस्कृतिक अल्पना

पश्चिम बंगाल और पूर्वी भारत में अल्पना रंगोली सफेद चावल के घोल से बनाई जाती है,
जिसमें फ्लोरल और सिंपल जियोमेट्रिक पैटर्न्स होते हैं।
11) चौकपुरा/सांझी रंगोली

उत्तर भारत में चौक-चौराहों या दरवाज़े के पास चौकपुरा या सांझी रंगोली बनाई जाती है।
इसमें चौकोर, गोल, और अन्य पैटर्न शामिल होते हैं।
12) फ्लोटिंग रंगोली

बड़े बाउल में पानी भरकर उस पर फूलों और दीयों से तैरती हुई रंगोली बनाई जाती है।
यह घर की सजावट के लिए बिल्कुल यूनिक और खूबसूरत विकल्प है।
रंगोली बनाने की जरूरी बातें
- पारंपरिक रंगोली चावल के आटे, फूल, हल्दी, सिंदूर या रंग-बिरंगे पाउडर से बनाई जाती है—पर्यावरण के अनुकूल चीजें हमेशा चुनें।
- डिजाइन चुनते समय अपने स्थान, अवसर और उपलब्ध सामग्री को ध्यान में रखें।
- रंगोली बनाना सिर्फ एक कला ही नहीं, पूरे परिवार को जोड़ने और सकारात्मक ऊर्जा लाने का एक सुन्दर बहाना है।
रंगोली से घर को सजाएं, शुभता और पारंपरिकता साथ लाएं – और हर त्योहार को बनाएं यादगार!