BJP JDU बैठक शपथ BJP विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद अब JDU की बारी। नीतीश कुमार कल लेंगे शपथ, बिहार की सियासत में फिर बदलने जा रहा है बड़ा समीकरण। लाइव अपडेट्स यहाँ।

नीतीश कुमार बिहार में नई एनडीए सरकार के तहत एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं, जिसके लिए बीजेपी और जेडीयू विधायक दल की बैठकें पूरी हो चुकी हैं और अब गठबंधन की औपचारिक मुहर लगनी है। पटना में सत्ता परिवर्तन की इस प्रक्रिया ने बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है, क्योंकि यह नीतीश कुमार का बतौर मुख्यमंत्री ऐतिहासिक दसवां कार्यकाल होगा।
बिहार में सियासी हलचल तेज
BJP JDU बैठक शपथ: बिहार में नई सरकार गठन की तैयारियां चरम पर हैं और राजधानी पटना पूरी तरह राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनी हुई है। गांधी मैदान में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को लेकर प्रशासन से लेकर गठबंधन दलों तक सबने अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
एनडीए खेमे में जेडीयू और बीजेपी के साथ अन्य सहयोगी दल भी नई सरकार में अपनी हिस्सेदारी और राजनीतिक हैसियत को लेकर सक्रिय हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी इस आयोजन को और अधिक महत्वपूर्ण बना रही है।
बीजेपी विधायक दल की बैठक खत्म, अब JDU की बारी
खबरों के अनुसार, बीजेपी विधायक दल की अहम बैठक प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई थी, जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केशव प्रसाद मौर्य और सह-पर्यवेक्षक साध्वी निरंजन ज्योति मौजूद रहे। इस बैठक में भाजपा विधायक दल के नेता के नाम पर सहमति बनाई गई और नई सरकार में पार्टी की भूमिका, मंत्री पदों की संभावित सूची और स्पीकर पद की रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई।
बीजेपी की बैठक खत्म होने के बाद अब जेडीयू की बारी है, जहां मुख्यमंत्री आवास या निर्धारित स्थान पर जेडीयू विधायक दल की बैठक हो रही है या होनी है। इस बैठक में औपचारिक रूप से नीतीश कुमार को जेडीयू विधायक दल का नेता चुना जाएगा, जो आगे एनडीए विधायक दल की बैठक के लिए आधार बनेगा।
एनडीए विधायक दल की संयुक्त बैठक और रणनीति
बीजेपी और जेडीयू की अलग-अलग बैठकों के बाद विधानसभा के सेंट्रल हॉल में एनडीए विधायक दल की संयुक्त बैठक बुलाई गई है। इस संयुक्त बैठक में सभी सहयोगी दलों की मौजूदगी में औपचारिक रूप से एनडीए विधायक दल का नेता चुना जाएगा, जहां लगभग तय माना जा रहा है कि नीतीश कुमार के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगेगी।
इस बैठक के तुरंत बाद नीतीश कुमार राज्यपाल से मुलाकात कर नई सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत करेंगे और शपथ ग्रहण कार्यक्रम की आधिकारिक जानकारी राजभवन को दी जाएगी। यही बैठक आगे मंत्रिमंडल के आकार, सहयोगी दलों को दिए जाने वाले पोर्टफोलियो और उपमुख्यमंत्री पदों के फॉर्मूले का संकेत भी देगी।
नीतीश कुमार कल लेंगे शपथ
#नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण की तारीख और समय लगभग तय हो चुका है, जिसके अनुसार वे कल यानी 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह समारोह सुबह करीब 11:30 बजे आयोजित किया जा सकता है, जहां उनके साथ 18 से 20 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं।
नीतीश कुमार के लिए यह क्षण विशेष है, क्योंकि यह उनका दसवां मुख्यमंत्री कार्यकाल होगा, जो उन्हें बिहार की राजनीति में एक रिकॉर्ड बनाने की स्थिति में खड़ा कर देता है। शपथ ग्रहण के मंच पर दो डिप्टी सीएम समेत एनडीए के कई नए और पुराने चेहरे दिखने की संभावना है, जिससे सत्ता संतुलन और जातीय-सामाजिक समीकरण दोनों को साधने की कोशिश होगी।
मंत्रिमंडल का गणित और सीट बंटवारा
नई सरकार में कौन-कौन मंत्री बनेगा, इसको लेकर बीजेपी, जेडीयू और अन्य सहयोगी दलों के बीच दिल्ली से पटना तक कई दौर की बैठकों के बाद मोटा खाका तैयार हो चुका है। जानकारी के अनुसार, लगभग 18 से 20 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है, जिनमें जेडीयू, बीजेपी, एलजेपी और अन्य सहयोगियों को उनकी ताकत और राजनीतिक वजन के अनुसार हिस्सेदारी मिलेगी।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो डिप्टी सीएम बीजेपी कोटे से होंगे और
- कुछ अहम मंत्रालयों जैसे गृह, वित्त, सड़क निर्माण,
- ग्रामीण विकास आदि पर विशेष मंथन हुआ है।
- जेडीयू की ओर से भी कुछ नए चेहरों को मौका देने के संकेत हैं,
- साथ ही पहले से मजबूत माने जाने वाले नेताओं
- को पुनः जिम्मेदारी दी जा सकती है।
स्पीकर पद और राजनीतिक संदेश
- नई सरकार बनने से पहले ही स्पीकर पद और गृह विभाग
- जैसे संवेदनशील मंत्रालयों को लेकर जेडीयू और बीजेपी के बीच
- आंतरिक खींचतान की खबरें भी सामने आई हैं।
- जेडीयू जहां लंबे समय से स्पीकर पद को अपने पास रखना चाहती रही है,
- वहीं इस बार खबर है कि बीजेपी स्पीकर के
- साथ-साथ गृह विभाग पर भी अपनी नजर बनाए हुए है।
- हालांकि, शीर्ष स्तर पर हुई बैठकों में इस पर लगभग सहमति बनने की बात कही जा रही है
- और संभव है कि सत्ता संतुलन में दोनों दल एक-दूसरे को समायोजित कर लें।
- एनडीए की एकजुट तस्वीर पेश करना बीजेपी और जेडीयू दोनों के लिए जरूरी है,
- क्योंकि विपक्ष इस समय पूरे घटनाक्रम पर पैनी नजर रखे हुए है।
गांधी मैदान में भव्य आयोजन की तैयारी
- शपथ ग्रहण के लिए गांधी मैदान को सजाने-संवारने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है,
- जहां लाखों लोगों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
- सुरक्षा व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, ट्रैफिक रूट डायवर्जन और
- पंडाल की डिजाइन तक हर स्तर पर प्रशासन की अलग-अलग टीमें लगातार समीक्षा कर रही हैं
- इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री,
- एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और कई राष्ट्रीय नेता मौजूद रहेंगे,
- जिससे यह सिर्फ एक राज्य स्तरीय नहीं,
- बल्कि राष्ट्रीय राजनीतिक संदेश देने वाला कार्यक्रम बन सकता है।
- राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, यह शपथ ग्रहण सिर्फ सरकार गठन नहीं,
- बल्कि आने वाले वर्षों के लिए बिहार की नई राजनीतिक दिशा का संकेत भी हो सकता है।












