iPhone चोरी आतंक इस शहर में iPhone चोरी का भयावह मामला, 8 महीनों में 80,000 से ज्यादा फोन चोरी हो चुके हैं। जानें चोरी के पीछे की सच्चाई।
iPhone चोरी आतंक : लंदन में बढ़ता iPhone चोरी का आतंक 80,000 से अधिक फोन चोरी

लंदन में पिछले आठ महीनों के दौरान iPhone चोरी की एक प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। लगभग 80,000 से अधिक iPhones चोरी हो चुके हैं, जो न केवल यूके में बल्कि वैश्विक स्तर पर एक बड़ी सुरक्षा चिंता का विषय बन गई है। यह खबर इसलिए और भी चिंताजनक हो जाती है क्योंकि Apple जैसी बड़ी कंपनी पर इस चोरी को रोकने के लिए उचित कदम ना उठाने के आरोप लगे हैं।
Apple और UK सरकार के बीच विवाद
मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने Apple पर यह आरोप लगाया है कि वह UK की National Mobile Property Register (NMPR) डेटाबेस का सही और प्रभावी उपयोग नहीं कर रहा। NMPR डेटाबेस चोरी हुए मोबाइल फोन की जानकारी रखता है ताकि चोरों द्वारा उनसे किया गया व्यापार रोका जा सके। लेकिन Apple का ट्रेड-इन प्रोग्राम चोरी हुए डिवाइसों को क्रेडिट के बदले स्वीकार कर रहा है, जिससे चोरों को इन फोन को बाजार में आसानी से बेचने का मौका मिल रहा है।
यह मामला सिर्फ तकनीकी समस्या नहीं बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा का है क्योंकि बड़े पैमाने पर ऐसे फोन विदेशी बाजारों में तस्करी हो रहे हैं और संगठित अपराध नेटवर्क का हिस्सा बन रहे हैं। चोर बड़ी तेजी से इन डिवाइसों को नए मालिकों तक पहुंचा रहे हैं, जिससे यूजर्स को भारी नुकसान हो रहा है।
चोरी की घटनाओं का बढ़ता ग्राफ
लंदन इस समय विश्व का सबसे बड़ा फोन चोरी केंद्र बन चुका है। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक साल में इस शहर में 80,000 से ज्यादा iPhones चोरी हुए हैं। इनमें कई फोन सीधे चोरों के हाथों से गुजर कर विदेशों में बिके।
इस बढ़ती हुई घटना के कारण न केवल आम लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, बल्कि पुलिस भी इस मामले की जांच में व्यस्त है। यह चोरी सिर्फ महंगे iPhones तक सीमित नहीं है, बल्कि स्मार्टफोन चोरों का एक बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो बड़े पैमाने पर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है।
चोरी से बचाव के उपाय
iPhone चोरी से सुरक्षा के लिए कई तकनीकी और व्यावहारिक उपाय उपलब्ध हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने फोन को सुरक्षित रख सकते हैं। Apple ने भी अपने डिवाइसेज में सुरक्षा फीचर्स जोड़े हैं जैसे कि “चोरी हो जाने पर डिवाइस सुरक्षा” feature, जो चोरी की स्थिति में फोन के महत्वपूर्ण कार्यों को बंद कर देता है और डाटा को सुरक्षित रखता है।
यह फीचर Face ID, Touch ID के साथ बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण लगाता है और चोरी हुई डिवाइस का पासकोड आसान नहीं होने देता। इसके अलावा, “Find My iPhone” ऐप के जरिए फोन को ट्रैक किया जा सकता है और खोया हुआ या चोरी हुआ फोन लॉक भी किया जा सकता है जिससे चोरी करने वाले को फोन का उपयोग करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
व्यावहारिक तौर पर, यूज़र्स को सार्वजनिक स्थानों, खासकर ट्रैफिक फुल इलाकों, बाजारों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर फोन को अत्यंत सावधानी से रखना चाहिए। खास तौर पर चलते-फिरते फोन का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहना चाहिए। पुलिस भी लोगों को सलाह दे रही है कि वे जब भी गाड़ी चला रहे हों तो फोन को खुला न रखें और किसी अज्ञात व्यक्ति पर तुरंत भरोसा न करें।
लंदन पुलिस की कार्रवाई
- लंदन पुलिस ने चोरी के इस बड़े गैंग के खिलाफ कई ठोस कदम उठाए हैं।
- क्राइम ब्रांच सक्रिय होकर ऐसे अपराधियों का पिंड छान रही है।
- चोरी हुए फोनों की ट्रैकिंग का प्रयास बढ़ाया गया है,
- और CEIR की मदद से मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रैक करने का सिस्टम प्रभावी ढंग से चलाया जा रहा है।
- हालांकि चोरी वाले फोन ट्रैक करना कठिन होता है,
- खासकर जब चोरी करने वाले IMEI नंबर को जालसाजी द्वारा छुपा देते हैं,
- फिलहाल जो फोन IMEI के साथ सुरक्षित रहते हैं,
- उन्हें वापस पाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
चोरी के कारण और कानूनी पहलू
- iPhone की चोरी में वृद्धि के कई कारण हैं, जिसमें महंगे डिवाइस,
- कमजोर सुरक्षा उपाय, और फिर से बिक्री के लिए चोरों का सशक्त नेटवर्क शामिल हैं।
- इसके अलावा, ट्रैड-इन स्कीमों में सुरक्षा की कमी भी इस समस्या को बढ़ावा देती है।
- कानून व्यवस्था को मजबूत करने, चोरों की गतिविधियों पर कठोर कार्रवाई और
- भारतीय और ब्रिटेन दोनों देशों में मोबाइल चोरी के अपराध को रोकने के लिए साझा प्रयासों की जरूरत है।
निष्कर्ष
- लंदन में iPhone चोरी की यह बढ़ती समस्या यूजर्स के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन चुकी है।
- इसके चलते न केवल आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि यूजर्स की निजता पर भी खतरा मंडराता है।
- Apple और स्थानीय प्रशासन को मिलकर stolen device tracking और रिसाइक्लिंग
- प्रक्रियाओं को सख्त बनाना होगा ताकि इस चोरी के कारोबार को रोका जा सके।
- अपने हिस्से के तौर पर, यूजर्स को चाहिए कि वे फोन की सुरक्षा के
- हाईटेक फीचर्स का पूरा उपयोग करें और सतर्कता बरतें,
- जिससे चोरी की संभावना को कम किया जा सके। पुलिस की सलाहों का पालन करना भी जरूरी है
- ताकि चोरी होने पर फोन को जल्द से जल्द वापस पाया जा सके।












