योगी आदित्यनाथ एक्शन मुख्तार अंसारी जमीन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया मुख्तार अंसारी की जब्त जमीन पर बने फ्लैट की चाबियां गरीब परिवारों को सौंपीं। योगी का एक्शन फिर चर्चा में।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर अपने एक्शन मोड में नजर आए हैं। माफिया पर योगी सरकार का प्रहार लगातार जारी है। इस बार निशाने पर रहा बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का साम्राज्य। सरकार ने मुख्तार अंसारी की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने के बाद अब उन जमीनों पर बने फ्लैट गरीबों को सौंप दिए हैं। यह कार्रवाई न केवल अपराध पर प्रहार है, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों के लिए राहत की बड़ी पहल भी है।
माफियाओं पर योगी सरकार की सर्जिकल स्ट्राइक

योगी आदित्यनाथ की सरकार 2017 से ही माफिया राज के खिलाफ कड़े अभियान में लगी हुई है। मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, और अन्य अपराधी नेताओं पर कार्रवाई कर उनके साम्राज्य को ध्वस्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि उत्तर प्रदेश में अब कानून का राज चलेगा, माफियाओं का नहीं।
मुख्तार अंसारी के करीबी लोगों के नाम पर ली गई अवैध जमीनों की जांच के बाद प्रशासन ने उन पर कब्जा हटाकर सरकारी अधिकार में लिया। यह कार्रवाई पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक मजबूत संदेश के रूप में देखी जा रही है।
गरीबों के लिए नया घर, नई उम्मीद
सरकार ने जिस जमीन को कब्जे से मुक्त कराया, उस पर बने फ्लैट अब गरीब और जरूरतमंद लोगों को सौंपे गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इन लोगों को फ्लैट की चाबियाँ सौंपीं और कहा कि “यह नई उत्तर प्रदेश की तस्वीर है – जहां अपराधियों की संपत्ति अब गरीबों की खुशहाली में बदली जा रही है।”
योजनाबद्ध तरीके से प्रशासन ने ऐसे अनेक फ्लैटों की पहचान की, जो मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह द्वारा अवैध रूप से खड़ी की गई संपत्तियों पर बने थे। इन मकानों को अब समाज के उन लोगों को दिया जा रहा है जो वर्षों से आवास का इंतजार कर रहे थे।
योगी सरकार का माफिया फ्री यूपी मिशन
- उत्तर प्रदेश में अपराध और माफिया पर काबू पाने के लिए योगी सरकार ने ‘माफिया
- फ्री यूपी’ मिशन चलाया हुआ है। इस मिशन के तहत:
- अब तक 2500 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्तियों को जब्त किया जा चुका है।
- 50 से अधिक बड़े माफिया सरगनाओं पर गैंगस्टर एक्ट और एनएसए की कार्रवाई की गई।
- 1000 से ज्यादा अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए हैं।
- और अब इन जमीनों का उपयोग गरीबों के कल्याण के लिए किया जा रहा है।
- यह नीति सरकार की उस सोच को दर्शाती है, जिसमें अपराधियों की
- दबंगई के स्थान पर आम जनता की राहत को प्राथमिकता दी जा रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
- यह कदम जनता में बेहद सकारात्मक असर छोड़ रहा है। सोशल मीडिया पर लोग योगी सरकार की
- इस पहल की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं। कई यूजर्स लिख रहे हैं कि यह “नया यूपी” है
- जहां गरीबों को न्याय और अपराधियों को सजा मिल रही है।
- लोगों का कहना है कि पहली बार किसी सरकार ने अपराधियों की संपत्ति का उपयोग
- जनता के लिए किया है। यह प्रशासनिक पारदर्शिता और सशक्त नीति दोनों का उदाहरण है।
मुख्तार अंसारी पर अब तक की कार्रवाई
मुख्तार अंसारी, जो मऊ से पांच बार विधायक रह चुका है, उस पर हत्या, वसूली और रंगदारी के दर्जनों केस दर्ज हैं। जेल में बंद रहने के बावजूद उसका प्रभाव खत्म नहीं हुआ था। हालांकि, योगी सरकार की लगातार चल रही कार्रवाई से अब उसके नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है।
बीते कुछ महीनों में मुख्तार अंसारी के परिवार के कई सदस्यों और सहयोगियों पर भी शिकंजा कसा गया है। उनके अवैध कारोबार, स्कूलों और प्रॉपर्टी पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है।
राजनीतिक और सामाजिक संदेश!
- योगी आदित्यनाथ की यह कार्रवाई केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं है
- बल्कि यह एक सामाजिक संदेश भी देती है कि सरकार कमजोर तबके के साथ है।
- जब अपराध की जमीन पर गरीबों का घर बसता है, तो यह न्याय और सुरक्षा दोनों का प्रतीक बन जाता है।
- राजनीतिक रूप से भी यह कदम जनता में योगी सरकार की
- विश्वसनीयता को मजबूत करता है, खासकर युवाओं और गरीब वर्ग के बीच।
मुख्तार अंसारी की जमीन पर बने फ्लैटों को गरीबों को सौंपना सिर्फ एक प्रशासनिक कार्रवाई नहीं, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की नई सोच की तस्वीर है। यहां अपराध पर नहीं, कानून पर भरोसा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम उत्तर प्रदेश को माफिया मुक्त और जनहितकारी राज्य बनाने की दिशा में ऐतिहासिक साबित हो रहा है।











