प्रकाश राज नैशनल अवॉर्ड विवाद एक्टर प्रकाश राज ने नैशनल अवॉर्ड्स की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। उनके बयान से फिल्म इंडस्ट्री में बहस छिड़ गई है।
प्रकाश राज नैशनल अवॉर्ड विवाद ममूटी को अवॉर्ड न मिलने पर प्रकाश राज का विवादित बयान
#प्रकाश राज ने ममूटी के बेस्ट एक्टर के रूप में केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड जीतने की तारीफ करते हुए कहा कि ममूटी की मौजूदगी और अभिनय से यह साबित होता है कि वे इस सम्मान के वास्तव में हकदार हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि वे नेशनल अवॉर्ड्स की चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता की कमी से काफी नाखुश हैं और इस कारण वे नेशनल अवॉर्ड्स को लेकर आलोचनात्मक हैं।
प्रकाश राज ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल

प्रकाश राज ने कहा कि राष्ट्रीय पुरस्कार अब समझौता कर चुके हैं, और गुणवत्ता की जगह ‘फाइलें और ढेर’ अवॉर्ड जीत रहे हैं। यह फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक गंभीर चिंता है।
ममूत्थी के हक पर विवाद
प्रकाश राज ने ममूत्थी की श्रेष्ठता और उनके प्रधानमंत्री केरल राज्य फिल्म पुरस्कार की जीत की तुलना राष्ट्रीय पुरस्कारों की अनदेखी से की।
प्रकाश राज की तीखी टिप्पणी
केरल राज्य अवॉर्ड्स की निष्पक्षता की प्रशंसा करते हुए, प्रकाश राज ने राष्ट्रीय पुरस्कारों को राजनीतिक
हस्तक्षेप और भ्रष्टाचार से ग्रसित बताया।
फिल्मों की गुणवत्ता पर चिंता
उन्होंने संकेत दिया कि पैन-इंडियन फिल्मों में व्यस्तता के
कारण क्षेत्रीय फिल्मों की गुणवत्ता गिर रही है, जो दर्शकों
और कलाकारों दोनों के लिए नुकसानदायक है।
ममूत्थी की ‘ब्रमायुगम’ पर प्रकाश राज की सराहना
उन्होंने ममूत्थी के अभिनय को मास्टरक्लास बताया,
खासकर उनकी मौन भाव अभिव्यक्ति को।
राष्ट्रीय अवॉर्ड्स पर प्रकाश राज के आरोप
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पुरस्कारों में पारदर्शिता नहीं है
और यह राजनीतिक प्रभाव से प्रभावित हैं।
बच्चों की फिल्मों की कमी पर प्रकाश राज का वक्तव्य
उन्होंने कहा कि इस बार केरल पुरस्कार ने सर्वश्रेष्ठ बाल
कलाकार और बाल फिल्म का अवॉर्ड नहीं दिया क्योंकि साल में
कोई गुणवत्तापूर्ण बाल फिल्म नहीं बनी, और इंडस्ट्री को बच्चों के लिए
बेहतर फिल्में बनाने की जरूरत है।











