Bihar Election Manifesto : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है, जो इस बार जनता के लिए रोजगार, सामाजिक सुरक्षा और भूमि अधिकारों के बड़े वादों से भरा हुआ है। इस घोषणा पत्र का शीर्षक “तेजस्वी प्रण” है, जो बिहार के हर परिवार तक विकास और संवृद्धि के संदेश को पहुंचाने का संकल्प है।
मुख्य वादे और लक्ष्य
तेजस्वी यादव के घोषणा पत्र का सबसे बड़ा आकर्षण हर घर में एक सरकारी नौकरी देने का वादा है। इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे, जिससे बिहार में बेरोजगारी की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही, 35 लाख बटाईदारों को जमीन पहचान पत्र जारी करने का भी वादा किया गया है, जिससे वे अपनी जमीन और खेती के अधिकारों को कानूनी सुरक्षा प्रदान कर सकेंगे।

इसके अलावा, घोषणा पत्र में महिलाओं के लिए मासिक 2500 रुपये की आर्थिक सहायता, 200 यूनिट बिजली मुफ्त, गैस सिलेंडर ₹500 में उपलब्ध कराने, और सामाजिक पेंशन जैसी कई योजनाओं को शामिल किया गया है। शिक्षा व्यवस्था सुधारने, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने और भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करने के भी दृढ़ संकल्प दिखाए गए हैं।
योजना की आवश्यकता और प्रभाव
- बिहार की ग्रामीण और गरीब आबादी के लिए सरकारी नौकरी उपलब्ध कराना देश के सबसे बड़े रोजगार
- संकटों में से एक को हल करने की दिशा में कदम है। तेजस्वी यादव ने इस बात पर जोर दिया है
- कि रोजगार के बिना विकास संभव नहीं है, और हर परिवार को सुरक्षित रोजगार देना सरकार की पहली प्राथमिकता होगी।
35 लाख बटाईदारों को जमीन की कानूनी मान्यता देना भी बड़े सामाजिक परिवर्तन की ओर कदम है, जो किसान हितों की सुरक्षा करेगा और कृषि संकट को कम करेगा। जमीन पहचान पत्र मिलने से वे चुनाव, ऋण, और सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से उठा पाएंगे।
तेजस्वी का रणनीतिक दृष्टिकोन
- तेजस्वी यादव ने कहा है कि उनका यह घोषणापत्र महागठबंधन के सभी दलों द्वारा एकजुट होकर तैयार किया गया है
- जो बिहार में समृद्धि और विकास की नई राह खोलने का संकल्प है। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती सरकार की
- उपलब्धियों का भी उल्लेख किया और कहा कि उन्होंने 17 महीने में जो किया
- वह विपक्ष कितनी बड़ी सरकार रही हो, उसमें भी नहीं कर पाई।
घोषणा पत्र में युवाओं के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, और उद्योगों में अवसर बढ़ाने के प्रावधान शामिल हैं, जो बिहार के आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे।
मुकाबला NDA से
- तेजस्वी ने एनडीए सरकार की योजनाओं और घोषणाओं पर सवाल उठाए हैं।
- उनका कहना है कि एनडीए ने बिहार के विकास में पिछड़ापन दिखाया है
- और महागठबंधन आने पर वह प्रदेश को नई दिशा देगा। इस दिशा में तेजस्वी
- ने रोजगार, शिक्षा और महिलाओं के उत्थान को मुख्य मुद्दा बनाया है।
- तेजस्वी यादव का बिहार चुनाव 2025 का घोषणापत्र रोजगार, भूमि अधिकार और सामाजिक
- सुरक्षा के वादों से भरपूर है। “हर घर में सरकारी नौकरी” और “35 लाख बटाईदारों को जमीन पहचान पत्र
- जैसे वादे बिहार के आमजन के लिए उम्मीद की किरण हैं। यह घोषणा पत्र बिहार के विकास को गति देने
- और उसके सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है।







