पेट्रोल-डीजल की कीमतें : 25 सितंबर 2025 को देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अधिकांश स्थानों पर स्थिर रहीं। पिछले 9 महीनों से चल रही इस स्थिरता ने वाहन चालकों और आम उपभोक्ताओं को आर्थिक राहत दी है। मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर, चेन्नई और अन्य प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। इस ब्लॉग पोस्ट में आज की ताजा ईंधन दरों, भारत में कीमत स्थिरता के कारणों और CNG की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में स्थिरता
25 सितंबर 2025 को देश के अधिकांश हिस्सों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपरिवर्तित रहीं। मुंबई में पेट्रोल की कीमत ₹103.50 प्रति लीटर और डीजल की कीमत ₹90.03 प्रति लीटर है, जो पिछली तारीख की तुलना में कोई बदलाव नहीं है। इसी प्रकार, दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर, हैदराबाद और अन्य प्रमुख शहरों में भी कीमतों में स्थिरता बनी रही।

इस लंबे समय तक ईंधन की दरें स्थिर रहने की वजह से वाहन चालकों को वित्तीय योजना बनाने में सहूलियत मिली है। इसके अलावा, स्थिर कीमतें आर्थिक गतिविधियों को भी स्थिर बनाए रखने में मददगार हैं जिससे छोटे व्यवसायों और व्यापारियों को भी लाभ होता है।
प्रमुख शहरों में ईंधन की कीमतें!
नीचे प्रमुख भारतीय शहरों में आज की पेट्रोल और डीजल की कीमतों का सारांश दिया गया है:
शहर | पेट्रोल की कीमत (₹/लीटर) | डीजल की कीमत (₹/लीटर) |
---|---|---|
नई दिल्ली | ₹94.77 | ₹87.67 |
कोलकाता | ₹105.41 | ₹92.02 |
मुंबई | ₹103.50 | ₹90.03 |
चेन्नई | ₹100.90 | ₹92.48 |
बैंगलोर | ₹102.55 | ₹90.65 |
हैदराबाद | ₹107.46 | ₹95.70 |
गुरुग्राम | ₹95.65 | ₹88.10 |
नोएडा | ₹94.77 | ₹87.89 |
ये कीमतें राज्य एवं केंद्र सरकार के करों सहित हैं और प्रतिदिन अपडेट की जाती हैं।
ईंधन कीमतों में स्थिरता के कारण
भारत में ईंधन की कीमतों की स्थिरता के कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है वैश्विक तेल की कीमतों में स्थिरता। चूंकि भारत अपनी आवश्यक तेल की एक बड़ी मात्रा विदेशों से आयात करता है, इसलिए वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव घरेलू ईंधन की कीमतों पर गहरा असर डालते हैं।
सरकार की नीतियां भी ईंधन कीमतों को स्थिर रखने में भूमिका निभाती हैं। केंद्र सरकार और राज्यों द्वारा लगाए जाने वाले उत्पाद शुल्क और वैट को नियंत्रित करने की कोशिशों से उपभोक्ता कीमतों में अस्थिरता कम होती है।
CNG के बढ़ते दाम और इस्तेमाल में वृद्धि
देश में साफ-सुथरे ईंधनों को प्रोत्साहित करने के तहत CNG (Compressed Natural Gas) का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि CNG की कीमतें अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक गैस की कीमतों पर निर्भर हैं, लेकिन सरकार ने इसे भी नियंत्रित करने की कोशिश की है। अधिक से अधिक वाहन चालकों की रुचि CNG की ओर बढ़ रही है क्योंकि यह पर्यावरण के लिए अच्छा और आर्थिक भी है।
स्थिरता से लाभार्थी कौन?
- सामान्य वाहन चालक: रोजाना यात्रा करने वाले लोगों के लिए ईंधन की स्थिर कीमतें आर्थिक दबाव कम करती हैं।
- वाणिज्यिक वाहन: व्यापारिक वाहनों की ईंधन लागत स्थिर रहने पर माल ढुलाई और परिवहन लागत संतुलित रहती है।
- सरकारी नीतिगत लक्ष्य: आर्थिक स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से टिकाऊ ऊर्जा विकल्प को बढ़ावा मिलता है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लंबी अवधि की स्थिरता भारत के आम नागरिकों और व्यापार जगत के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह न केवल आर्थिक योजना में सहूलियत प्रदान करता है, बल्कि वाहन चलाने वालों को भी आर्थिक रूप से सहारा देता है। साथ ही, CNG जैसे पर्यावरण पीड़ित ईंधनों का बढ़ता उपयोग भारत के स्वच्छ भविष्य की ओर एक कदम है।