Desh bhakti shayari : भारत देश हमेशा से अपनी वीरता, संस्कृति और त्याग की गाथाओं के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। जब भी देशभक्ति की बात आती है, तो दिल में एक अजीब-सी ऊर्जा और गर्व की लहर दौड़ जाती है। शायरी का अंदाज़ इस भावना को और गहरा बना देता है। देशभक्ति शायरी न सिर्फ़ शब्दों का खेल होती है, बल्कि यह हमें हमारे शहीदों के बलिदान स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानी और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी का एहसास भी कराती है।
Desh bhakti shayari देशभक्ति की ताक़त शब्दों में
देशभक्ति शायरी की सबसे बड़ी ताक़त ये है कि यह सीधे दिल और आत्मा से जुड़ती है। जब हम इन पंक्तियों को पढ़ते या सुनते हैं तो ऐसा लगता है मानो हर शब्द तिरंगे की शान का प्रतीक हो। यही कारण है कि स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र दिवस या फिर किसी शहीद दिवस पर देशभक्ति शायरी का पाठ लोगों को एकजुट करता है।

“वो झुक नहीं सकता, जिसके सिर पर तिरंगा होता है।”

“कभी माथे से मिटने ना पाए तिरंगे की शान, दिल से भी प्यारा है हमें अपना हिंदुस्तान।”

“वो लम्हा भी क्या लम्हा था, जब हमने वतन के नाम जान दी; ऐसे बलिदानों से ही तो ज़िंदा रहती है आज़ादी।”

“जहाँ हर घर पर तिरंगा लहराता है, वहीं हर दिल में भारत बसता है।”

“शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का बस यही पैग़ाम है।”
देशभक्ति शायरी का महत्व
आज की पीढ़ी सोशल मीडिया पर हर विषय पर खुलकर अपनी राय रखती है।
ऐसे समय में अगर आप देशभक्ति से जुड़ी शायरी शेयर करते हैं
तो यह न केवल प्रेरणा फैलाती है बल्कि युवाओं में भी देशप्रेम को जगाती है।
यही वजह है कि शायरी आज भी देशभक्ति फैलाने का सबसे शानदार माध्यम है।
देशभक्ति सिर्फ़ खास दिनों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह हर भारतीय के
खून में हर रोज़ दौड़नी चाहिए। जब भी आप कोई देशभक्ति शायरी पढ़ें, तो ज़रा रुक कर सोचिए
कि करोड़ों लोगों के सपनों का ये देश हमें कितनी बड़ी कुर्बानियों के बाद मिला है।












