What is Digital Arrest: जानिए इस खतरनाक साइबर फ्रॉड की पूरी जानकारी और इससे बचाव के प्रभावी तरीके
June 7, 2025 2025-06-07 7:53What is Digital Arrest: जानिए इस खतरनाक साइबर फ्रॉड की पूरी जानकारी और इससे बचाव के प्रभावी तरीके
What is Digital Arrest: जानिए इस खतरनाक साइबर फ्रॉड की पूरी जानकारी और इससे बचाव के प्रभावी तरीके
What is Digital Arrest: डिजिटल अरेस्ट एक खतरनाक साइबर फ्रॉड है जिसमें ठग खुद को पुलिस या सरकारी अधिकारी बताकर लोगों को डराते और ठगते हैं। जानें डिजिटल अरेस्ट कैसे होता है, इसके खतरे क्या हैं और इससे बचने के जरूरी उपाय।
What is Digital Arrest? जानिए इस खतरनाक साइबर फ्रॉड के बारे में

#डिजिटल अरेस्ट शब्द इन दिनों खूब चर्चा में है, लेकिन बहुत से लोग अभी भी इसके असली मायने और इसके पीछे की सच्चाई नहीं जानते। यह असल में एक नया और खतरनाक साइबर फ्रॉड है, जिसमें ठग टेक्नोलॉजी और मानसिक दबाव का इस्तेमाल कर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं।
डिजिटल अरेस्ट कैसे होता है?
- साइबर अपराधी खुद को पुलिस, सीबीआई, ईडी या किसी सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर कॉल या वीडियो कॉल करते हैं।
- वे दावा करते हैं कि आपके खिलाफ कोई गंभीर मामला दर्ज हुआ है, जैसे मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग्स, या फाइनेंशियल फ्रॉड।
- आपको डराने के लिए कई बार फर्जी पुलिस स्टेशन या ऑफिस का सेटअप वीडियो कॉल पर दिखाया जाता है।
- पीड़ित को धमकी दी जाती है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, वह वीडियो कॉल पर ही रहेगा और किसी से बात नहीं करेगा—यानी एक तरह से डिजिटल रूप में ‘अरेस्ट’ कर लिया जाता है।
- इस दौरान ठग पीड़ित से उसकी निजी जानकारी, बैंक डिटेल्स, आधार-पैन आदि मांगते हैं और मानसिक दबाव डालकर मोटी रकम ट्रांसफर करवाते हैं।
डिजिटल अरेस्ट स्कैम का मकसद
इस पूरे स्कैम का मकसद सिर्फ और सिर्फ पैसा ऐंठना और संवेदनशील जानकारी चुराना होता है।
कई बार पीड़ित को इतना डरा दिया जाता है कि वह लाखों-करोड़ों रुपये तक ट्रांसफर कर देता है।
क्या यह कानूनी है?
डिजिटल अरेस्ट शब्द या ऐसी कोई प्रक्रिया भारतीय कानून में मौजूद नहीं है।
कोई भी सरकारी एजेंसी ऑनलाइन या वीडियो कॉल पर आपको गिरफ्तार नहीं कर सकती।
अगर कोई आपको इस तरह धमकाए, तो समझ जाइए कि यह फ्रॉड है।
इससे कैसे बचें?
- किसी भी अनजान कॉल या वीडियो कॉल पर अपनी निजी जानकारी न दें।
- अगर कोई खुद को सरकारी अधिकारी बताकर पैसे मांगे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।
- ऐसे मामलों में तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करें।
- अपने बैंक और डिजिटल अकाउंट्स की सुरक्षा बढ़ाएं और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें।
डिजिटल अरेस्ट एक खतरनाक साइबर ठगी है,
जिसमें अपराधी टेक्नोलॉजी और डर का इस्तेमाल कर लोगों को फंसा लेते हैं।
सतर्क रहें, जागरूक रहें और किसी भी ऐसे झांसे में न आएं।
अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को ऐसी कॉल आए,
तो तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें।