What is Computerised Accounting?
What is Computerised Accounting: कंप्यूटराइज्ड अकाउंटिंग वह प्रणाली है जिसमें वित्तीय लेन-देन और अन्य अकाउंटिंग कार्यों को कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर के माध्यम से किया जाता है।
इसमें सभी लेन-देन की जानकारी सॉफ़्टवेयर में दर्ज की जाती है, जो स्वचालित रूप से गणना, रिपोर्टिंग और संतुलन करने में मदद करता है। कंप्यूटराइज्ड अकाउंटिंग में आमतौर पर Tally Prime, Marg Erp,Busy Accounting Software,QuickBooks,Vayapar app और SAP जैसे सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया जाता है।

कंप्यूटराइज्ड अकाउंटिंग के प्रमुख लाभ:
- गति और दक्षता: लेन-देन को जल्दी और सही तरीके से दर्ज किया जा सकता है।
- कम गलतियाँ: सॉफ़्टवेयर स्वचालित गणनाएँ करता है, जिससे मानव गलती की संभावना कम होती है।
- रिपोर्टिंग: रिपोर्ट्स जैसे बैलेंस शीट, प्रॉफिट और लॉस अकाउंट जल्दी और आसानी से तैयार हो जाते हैं।
- डेटा सुरक्षा: सॉफ़्टवेयर में डेटा को सुरक्षित रखने के लिए पासवर्ड और बैकअप जैसी सुरक्षा होती है।
- सुविधा: एक ही सॉफ़्टवेयर में सभी लेन-देन और खातों की जानकारी रहती है, जिससे मैन्युअल रिकार्ड्स को संभालने की जरूरत नहीं पड़ती।
What is Computerised Accounting? उदाहरण :
यहां हम कंप्यूटराइज्ड अकाउंटिंग के उदाहरण को एक टेबल के रूप में समझते हैं। मान लीजिए व्यापारी ने ₹5,000 का सामान खरीदा, ₹2,000 नगद में भुगतान किया और ₹3,000 उधारी पर लिया।
लेन-देन:
- सामान खरीदी ₹5,000 का।
- ₹2,000 नगद में भुगतान।
- ₹3,000 उधारी पर लिया।
कंप्यूटराइज्ड अकाउंटिंग में इसे टेबल के रूप में कैसे दर्ज किया जाएगा:
| खाता नाम | डेबिट (₹) | क्रेडिट (₹) |
|---|---|---|
| सामान खरीदी (Purchases Account) | ₹5,000 | |
| नगद (Cash Account) | ₹2,000 | |
| उधारी (Creditors Account) | ₹3,000 |






