आत्म विकास : आत्म-विकास, जिसे व्यक्तिगत विकास के रूप में भी जाना जाता है, जीवन के विभिन्न पहलुओं में
खुद को और अपने कौशल को बेहतर बनाने की एक आजीवन प्रक्रिया है।
माफ़ी मागने से अगर रिश्ते सही होते है तो माफ़ी मागने से घबराये नहीं माँग ले ।
छोटी -छोटी बातों से रिश्ते नहीं तोड़े जाते बल्कि रिश्तों को और मज़बूत बनाये ।

बुराइया हर किसी में होती है उसे सही करने में वक्त जाया कीजिए ।
वक्त का तक़ाज़ा ऐसा है आज किसका है कल किसका होगा किसे नहीं पता ।

आत्म विकास
अनमोल है कुछ चीज तो वो आपका समय है व्यर्थ में ना गवाये उसे ।
शालीनता आपके संस्कारों को दर्शाता है इसलिए सभ्य और शालीन बन कर रहे ।

हर चीज के पीछे मत भागो बस एक में मन लगा कर उसे पूरा करो ।
कभी कबार प्रकृति का भी आनंद उठाये काम तो हर वक्त होते रहेगे ।

भविष्य के निर्माण के लिए आज के कार्य सही तरीक़े से करने होगे ।
डरकर ना जिये अगर आप खुल कर जीने लगे तो सामने वाला डरने लगेगा ।
आत्म विकास

जमाने में अगर आप सच्चे है तो भले आज आपसे कोई दूर रहे कल बहुत से आयेगे ।
अंधकार के बिना तो तारे भी नहीं चमकते तो परेशान क्यों होते हो ।

अगर कुछ पाना है तो शुरू भी करना पड़ेगा केवल बातो से नहीं मिलती सफलता ।
रास्ते भले परेशानियों से भरे होगा पर मंज़िल बहुत खूबसूरत होगी ।

सफलता को इससे ना आके की अभी आप कैसे कार्य कर रहे
हो छोटे – छोटे कदमों से बड़ी सफलता मिलती है ।

अगर गिर के आगे नहीं बढ़े तो क्या फ़ायदा गिरावट
आपको आगे बढ़ाने के लिए आती है ।

व्यक्ति अगर अपनी निंदा में भी अवसर खोज कर
निकल लेता है तो वह कभी नहीं हारता ।

जीवन में अगर ये समज गये की क्या याद रखना है
और क्या भूलना तो आप बहुत आगे निकल गये हो ।

जीवन में ये भ्रम ना रखे की वो हमेशा आपके साथ ही रहेगे
अगर कदर नहीं करोगे तो वो भी चले जायेगे ।

जिंदगी में सच के साथ हमेशा चलते रहिए
तो वक्त आपके साथ अपने आप चलने लगेगा

अगर आप जिंदगी में कुछ हासिल करना,
चाहते हो तो मेहनत से दोस्ती कर लो !
हर दिन एक नई शुरुआत है सीखने और अपने आप को बेहतर बनाने का अवसर

हमारी समस्या का हल सिर्फ हमारे पास ही है
दूसरों के पास तो हमारी समस्या का सुझाव है
