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आज का पंचांग 6 नवंबर 2025: मार्गशीर्ष मास प्रारंभ, शुभ मुहूर्त और योग

On: November 6, 2025 10:53 AM
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आज का पंचांग 6 नवंबर 2025

आज का पंचांग 6 नवंबर 2025 6 नवंबर 2025 के पंचांग में मार्गशीर्ष मास की शुरुआत हो रही है। जानें आज के शुभ-अशुभ मुहूर्त और ग्रह योग की जानकारी।

आज का पंचांग 6 नवंबर 2025 मार्गशीर्ष मास प्रारंभ धार्मिक महत्व और अवधि

मार्गशीर्ष मास हिंदू पंचांग का नौवां महीना है, जो 6 नवंबर 2025 से शुरू होकर 4 दिसंबर 2025 तक रहेगा। इसे अगहन या अग्रहायण मास भी कहा जाता है। यह मास भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय माना जाता है, स्वयं श्रीकृष्ण ने भगवद्गीता में कहा है “मासानां मार्गशीर्षोऽहम्” अर्थात मासों में मैं मार्गशीर्ष मास हूं। इसी कारण इस मास में श्रीकृष्ण भगवान की विशेष पूजा और भक्ति की जाती है।

आज का पंचांग 6 नवंबर 2025 विशेष

आज का पंचांग 6 नवंबर 2025
#आज का पंचांग 6 नवंबर 2025

आज 6 नवंबर 2025 को मार्गशीर्ष मास की शुरुआत हो रही है। इस दिन का विक्रम संवत 2082 है। आज की तिथि कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा है जो दोपहर 2:54 बजे तक है। सूर्य तुला राशि में और चंद्रमा मेष राशि में हैं। आज राहुकाल दोपहर 1:26 बजे से 2:48 बजे तक है, जबकि शुभ मुहूर्त में ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:52 बजे से 5:44 बजे तक और गोदूलि मुहूर्त शाम 5:32 बजे से 5:59 बजे तक है। आज का योग व्यतीपात से वरीयान योग में परिवर्तन होगा। मार्गशीर्ष मास के इस प्रथम दिन की पूजा-अर्चना विशेष फलदायक मानी गई है.​

मार्गशीर्ष मास का धार्मिक महत्व और पूजा विधि

मार्गशीर्ष मास सनातन धर्म में अत्यंत महत्व रखता है। इस मास में भगवान कृष्ण, श्रीहरि और मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। इसे अगहन मास भी कहा जाता है। पूजा करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। इस महीने के शुरूआती दिन से ही व्रत और कठोर तप करने का परंपरागत नियम है। गुरुवार होने के कारण गुरुवार को विष्णु जी की पूजा विशेष होती है जो पीले फूल, अक्षत, हल्दी और पंचामृत से की जाती है.​

आज के शुभ और अशुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्तों में ब्रह्म मुहूर्त 4:52 से 5:44 बजे तक है। अभिजीत मुहूर्त 11:43 से 12:26 बजे तक रहेगा। दोपहर का विजय मुहूर्त 1:54 बजे से 2:38 बजे तक है। शाम का गोधूली मुहूर्त 5:32 से 5:59 बजे तक होगा। अशुभ समय में राहुकाल दोपहर 1:26 से 2:48 बजे तक, दुर्मुहूर्त सुबह 10:15 से 10:59 बजे तक रहेगा। इस प्रकार शुभ मुहूर्तों का सही चयन कर कार्यकर्म करें.​

आज का योग और करण

आज व्यतीपात योग सुबह 7:05 बजे तक रहेगा, इसके बाद वरीयान

योग आरंभ होगा जो अगले दिन तक चलेगा। करण कौलव अपराह्न 2:54 बजे तक रहेगा,

उसके बाद तैतिल करण आरंभ होगा। ये योग और करण शुभ कार्यों के

समय के निर्धारण में सहायक होते हैं। अपनी योजनाएं पंचांग के अनुसार बनाएं.​

राहुकाल, गुलिक काल और अन्य काल

आज राहुकाल दोपहर 1:26 से 2:48 बजे तक है। गुलिक काल

सुबह 9:21 से 10:43 बजे तक रहेगा। यमगंड सुबह 6:37 से 7:59 बजे तक रहेगा।

अमृतकाल 6:36 से 7:58 बजे तक रहेगा जो शुभ माना जाता है।

दिशाशूल दक्षिण दिशा में है इसलिए आज यात्रा के लिए परहेज करें।

इन कालों को ध्यान में रखते हुए ही महत्वपूर्ण कार्य करें.​

मार्गशीर्ष मास के नियम और उपाय

मार्गशीर्ष मास भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय मास होता है।

इस मास में व्रत, पूजा, दान और जप करना शुभ और प्रभावकारी माना जाता है।

पीले वस्त्र, हल्दी, केसर, पीले फल और फूलों का दान करें। गुरु ग्रह की

पूजा और केले के पौधे की अराधना से भी लाभ होता है। इस मास के

नियमों का पालन करने पर जीवन में सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है.​

आज के दिन के विशेष उपाय और मंत्र

गुरुवार के दिन विशेष पूजा करें। ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।

तुलसी और हल्दी की माला पहनना शुभ होता है। हल्दी और पीले रंग के

फल व वस्त्र का दान करें। दान करते समय राहुकाल से बचें।

दक्षिण दिशा में यात्रा न करें, यदि यात्रा आवश्यक हो तो ज्योतिषीय उपाय करें।

इस दिन के शुभ मुहूर्त में पूजा-अर्चना करें, शुभ फल प्राप्त होंगे.​

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