अब्दुल कलाम विवादित टिप्पणी नरसिंहानंद यति नरसिंहानंद ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम पर एक विवादित बयान देते हुए उन्हें अफजल गुरु का हमदर्द बताया और जिहादी करार दिया। इस बयान ने देश में तहलका मचा दिया है और विरोध की लहरें उठ रही हैं।
अब्दुल कलाम विवादित टिप्पणी नरसिंहानंद यति नरसिंहानंद का विवादित बयान: अब्दुल कलाम को अफजल गुरु का हमदर्द बताकर किया हमला
गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी ने हाल ही में एक विवादित बयान दिया जिसमें उन्होंने देश के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को अफजल गुरु के परिवार से मिलने वाला और जिहादी बताया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा राष्ट्रपति किसी और ने नहीं किया।
यति नरसिंहानंद का विवादित बयान

डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइलमैन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पर विवादित बयान दिया। उन्होंने कलाम को कट्टर मुसलमान बताते हुए अफजल गुरु के परिवार से मुलाकात और जिहाद जैसे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अब्दुल कलाम ने अफजल गुरु की दया याचिका दायर कराने में मदद की और यह लोकतंत्र की हत्या है कि पुलिस ने उन्हें पीएम आवास जाने से रोका। इस बयान से देश भर में विवाद फैल गया.
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
यति नरसिंहानंद के इस बयान पर कई राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच समेत कई समूहों ने उनके खिलाफ देशभर में FIR दर्ज करवाने की मांग की और समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाया। इस विवाद ने उत्तर प्रदेश समेत कई जगह प्रदर्शन और विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया.
पुलिस कार्रवाई और कानूनी पहल
विवादित टिप्पणियों के बाद गाजियाबाद पुलिस ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ आपत्तिजनक भाषण और बदनाम करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया। इसके तहत धारा 295A, 505(1)(c) और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ। यह कार्रवाई समाज में शांति बनाए रखने के प्रयास के तहत की गई.
यति नरसिंहानंद के अन्य विवादित बयानों का इतिहास
नरसिंहानंद पहले भी पैगंबर मोहम्मद और महात्मा गांधी के खिलाफ विवादित बयान दे चुके हैं, जिनसे पहले भी विवाद और पुलिस कार्रवाई हुई है। उनकी पहल पर अक्सर धार्मिक और सामाजिक तनाव की स्थिति बनती रही है.
यति के बयान का विवरण
यति नरसिंहानंद ने कहा कि अब्दुल कलाम तीनों सेनाओं का अध्यक्ष होते हुए
भी जिहाद कर सकते थे, और वह भारत के इतिहास के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति हैं
जो मृत्युदंड पाए अपराधी के परिवार से मिले। उन्होंने अब्दुल कलाम को
जिहाद करने वाला और अफजल गुरु का हमदर्द बताया। यह बयान
पुलिस के सामने दिया गया जहां पुलिसकर्मी उनके सामने हाथ जोड़ते नजर आए.
बयान का सोशल मीडिया और जनमानस पर प्रभाव
यति नरसिंहानंद के बयानों का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ,
जिसके कारण देशभर में भारी विवाद और विरोध हुआ। इस विवाद के चलते
उनकी आलोचना और समर्थन दोनों विमर्शों में तेज़ी आई.
विवाद की पृष्ठभूमि और भविष्य की संभावनाएं
इस विवाद ने देश में धार्मिक और राजनीतिक ध्रुवीकरण को नई दिशा दी है।
यति नरसिंहानंद के बयान ने सामाजिक भावनाओं को भड़काया है,
जिसके चलते कड़े कानूनी और सामाजिक कदम उठाए जा सकते हैं।
इस मामले की संवेदनशीलता देखते हुए सरकार और प्रशासन की भी भूमिका महत्वपूर्ण होगी








