योगी आदित्यनाथ बयान : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान महागठबंधन के खिलाफ तीखा हमला किया और उनके मुख्य नेताओं को ‘तीन बंदर’ कहकर निशाना बनाया। जानें किसे बताया पप्पू, टप्पू, अप्पू और योगी का क्या संदेश था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रमुख नेता योगी आदित्यनाथ ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार के अंतिम दिन बिहार के दरभंगा जिले में महागठबंधन (जिसे इंडिया गठबंधन भी कहा जाता है) पर एक बड़ा वार किया। उन्होंने महागठबंधन को ‘तीन बंदर’ पप्पू, टप्पू और अप्पू कहकर राजनीति के अखाड़े में निशाना बनाया।
निशाने पर कौन थे?

- पप्पू शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर राहुल गांधी के लिए किया जाता है, जो कांग्रेस पार्टी के नेता हैं।
- टप्पू को तेजस्वी यादव के संदर्भ में जोड़ा जाता है, जो RJD के युवा नेता और बिहार के विपक्षी मुखिया हैं।
- अप्पू अखिलेश यादव के लिए प्रयोग किया गया, जो सपा के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं।
- योगी ने यह तंज महागठबंधन के इन तीनों मुख्य नेताओं की संयुक्त कामकाजी
- शैली और उनकी राजनीतिक नीतियों पर सीधे प्रहार के रूप में दिया।
योगी का संदेश और सियासी व्याख्या
#योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये ‘तीन बंदर’ बिहार के विकास में बाधा डाल रहे हैं, सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर कर रहे हैं और घुसपैठियों को पनाह दे रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस, राजद और सपा में फैले परिवारवाद, भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता की ओर भी जनता का ध्यान आकर्षित किया।
उन्होंने बिहार में दंगों, नरसंहार और अपराध की घटनाओं का जिक्र करते हुए जनता से अपील की कि वे ऐसे नेताओं को वोट न दें जो सामाजिक समरसता और विकास की राह में बाधक हैं। योगी ने इसे राम राज्य के विरोधी और हिन्दू विरोधी राजनीति बताया।
विकास और सुरक्षा का दावा
- योगी ने एनडीए सरकार के विकास कार्य गिनाकर यह भी बताया कि कैसे उन्होंने बिहार में
- सड़कों, जलमार्ग, स्वास्थ्य सुविधाओं और शिक्षा में सुधार किया है। उन्होंने कहा कि
- ‘डबल इंजन’ सरकार के कारण बिहार विकास की ओर अग्रसर है।
- साथ ही, उन्होंने पंजाब और कश्मीर के उदाहरण दिए जहां धारा 370 हटाने और आतंकवाद के
- खिलाफ सख्ती से कार्रवाई हुई। उन्होंने चेतावनी दी कि घुसपैठ और कानून-व्यवस्था को
- लेकर उनकी सरकार का रुख बिल्कुल साफ है और मतदाता इसे समझें।
राजनीतिक हलचल और बिहार के चुनावी परिदृश्य में प्रभाव
- यह बयान बिहार चुनाव में सियासी गर्माहट जोड़ने वाला माना जा रहा है। महागठबंधन के नेताओं
- ने इस हमले की निंदा की है और इसे चुनावी राजनीति की नीच स्तर की भाषा बताया है।
- वहीं, एनडीए समर्थक इसे तीव्र और निर्णायक कदम के रूप में देख रहे हैं जो मतदाताओं को सोचने पर मजबूर करेगा।
- इस बयान से स्पष्ट है कि योगी आदित्यनाथ और भाजपा बिहार में राजनीतिक दांव-पेंच को तेज
- करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि महागठबंधन की छवि को कमजोर किया जा सके।
- योगी आदित्यनाथ का ‘पप्पू, टप्पू और अप्पू’ वाला तंज सीधे महागठबंधन के शीर्ष तीन नेताओं पर था
- जिसका उद्देश्य बिहार चुनाव में एनडीए के पक्ष में माहौल बनाना है। यह बयान न केवल राजनीतिक
- रणनीति का हिस्सा है बल्कि बिहार में बहस का केंद्र भी बन गया है।









