सोच अच्छी होनी चाहिए क्योंकि, नजर का इलाज तो मुमकिन है, पर नजरिये का नहीं
सूरज यार बन गया है हमारा, अब पाव नही जलते तपती दोपहरों से
शुरुआत करने के लिए महान होने की जरूरत नहीं है, लेकिन महान होने के लिए शुरआत की जरुरत है
तब तक अपने काम पर काम करें, जब तक की आप सफल नहीं हो जाते
परिस्थितियां जितना ज्यादा आपको तोड़ती है, कही ज्यादा उससे आपको अंदर से मजबूत बनाती है
जो व्यक्ति अपनी ग़लतियों के लिए खुद से लड़ता हैं, उसे कोई भी हरा नहीं सकता