नजर उठा कर देख मुझे बेइंतहा मोहब्बत करता हूं तुझे
ऊपर वाले ने मुझे भेजा दुनिया देखने को पर मैं एक ही चेहरे को तकता रह गया।
एक ही दुआ पर अटक गया है अब ये दिल तेरे सिवा कुछ और मांगा नहीं जाता मुझसे।
तुझे याद करना भी एक एहसास है ऐसा लगता है कि तू हर पल मेरे पास है
तुमसे मिलकर लगा अब क्या ही मिलना किसी और से