ये मोहब्बत करने वाले भी बहुत अजीब है, वफ़ा करो तो रुलाते है और बेवफाई करो तो रोते है!

ये वो दौर है साहब जब दिल लगाना हो तो इंग्लिश सीखनी पड़ती है और दिल टूट जाए तो उर्दू

दुनिया बहुत रंगीन है मेरे दोस्त. हर रोज़ कोई न कोई अपना रंग दिखाता है..

हम तो खुद को तेरी मोहब्बत में मिटाते रहे और तुम पीठ पीछे किसी और को गले लगाते रहे.

सबको खुश रखते-रखते हमारी खुशी ने ही खुदकुशी कर ली

तूने हमें अपना समझा नहीं कभी भी, बेवफा तुझे याद करना छोड़ा नहीं अभी भी

जिंदगी के रंजो गम सब खुद उठाने पड़ते हैं यहाँ सहारा देने वाले ही अक्सर सहारा तोड़ देते हैं