जरुरी नही इश्क़ लबो से बयां किया जाये आँखों की बातें भी इश्क़ जाहिर करती है
उनकी बातों में कुछ यूं खो जाते है हम उनकी नज़रो से ही घायल हो जाते है हम
अधूरे से हम तब पुरे हो जायेंगे मै और तुम मिलकर जब हम हो जायेंगे
अपनी प्रेम कहानी को मशहूर बनाना हैं तेरे साथ अपना नाम ज़िन्दगी के साथ मौत मे भी लिखवाना है
तू बेशक दूर है मुझसे पर फिर भी पास नज़र आता है मेरे रुठने पर तेरा यूं खफा होना यह अंदाज़ पसन्द आता है