दावे मुझे दोस्ती के नहीं आते यार, एक जान है जब दिल चाहे मांग लेना

ना किसी लड़की की चाहत ना ही पढ़ाई का जज्बा था, बस चार कमीने दोस्त थे और लास्ट बेंच पे कब्जा था

आपकी हमारी दोस्ती सुरों का साज है, आप जैसे दोस्त पर हमें नाज़ है, अब चाहे कुछ भी हो जाये जिंदगी में, दोस्ती वैसे ही रहेगी जैसे आज है

दोस्ती का फ़र्ज़ यूँ ही निभाते रहेंगे, वक्त बेवक्त आपको सताते रहेंगे, दुआ करो के उम्र लम्बी हो हमारी, वरना याद बन के आपको सताते रहेंगे

हम तो बस इतना उसूल रखते है, जब हम तुझे कुबूल करते है तो तेरा सब कुछ कुबूल करते है