वाणी से ही ख़ुशी, वाणी ही गम का कारण, वाणी ही पीड़ा, और वाणी ही मरहम

जिंदगी गुजरे हँसते-हँसते प्यार और ख़ुशी मिले रस्ते-रस्ते हो मुबारक आपको नया सवेरा कबूल करें हमारा सलाम-नमस्ते

हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये कभी कोई आपको रुला ना पाये खुशियों के ऐसे दीप जले ज़िंदगी में कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाये

आपकी नयी सुबह इतनी सुहानी हो जाए दुखों की सारी बातें आपकी पुरानी हो जाए दे जाये इतनी खुशियां यह नया दिन  कि ख़ुशी भी आपकी दीवानी हो जाए

दो पल की जिंदगी के दो नियम निखरो फूलों की तरह बिखरो खुशबु की तरह