बहुत खास थे कभी नजरों में किसी के हम भी मगर नजरों के तकाजे बदलने में देर कहाँ लगती
आँसू आ जाते है रोने से पहले ख्वाब टूट जाते है सोने से पहले लोग कहते है मोहब्बत गुनाह है काश कोई रोक लेता गुनाह होने से पहले
दर्द देकर इश्क ने हमें रुला दिया जिसपे मरते थे उसने ही हमें भुला दिया हम तो उनकी यादों में ही जी लेते मगर उन्होंने तो यादों में ही जहर मिला दिया