टूटा हुआ दिल, बिखरे हुए सपने, तेरे बिना जिंदगी, कुछ भी नहीं लगती अपने।
खामोशियाँ भी बात करती हैं, तन्हाई में यादें बहुत सताती हैं, चुप रहकर भी क्या करें, जब रूह तक को तेरी कमी खलती है।
तेरी यादों का दरिया, गहरा और विशाल, डूबता जा रहा हूँ, हर पल, हर हाल। तेरी बातों के जाल में उलझा दिल, तेरे जाने के बाद, सब कुछ फीका पड़ गया
क्यों दिल के रास्ते, हमेशा अधूरे रहे, तेरी यादों के सिवा, सब दूरे रहे। इस दर्द की गहराई में खो गया हूँ, बिन तेरे जीने की चाहत खो गया हूँ।