जिसने तुझे मेरे हिस्से से चुरा लिया, उसे कहना यूँ किसी का हक़ मारा करते

जिस जिसने मोहब्बत में अपने महबूब को खुद कर लिया, खुदा ने अपना वजूद बचाने के लिए उनको जुदा कर दिया

मर्द की कमियाबी के पीछे मां के सिवा कोई दूसरी औरत नहीं होती, क्योंकि दूसरी औरत हमेशा एक कामियाब मर्द ढूंढती है

मुझे संभालने में इतनी एहतियात ना कर, बिखर ना जाऊं कहीं मैं तेरी हिफाजत में

नजर ना आऊं इतना भी दूर ना करो मुझे, बदल ना जाऊं इतना भी मजबूर ना करो मुझे

ना कोई हमदर्द था, ना कोई दर्द था, फिर एक हमदर्द मिला उसी से सर दर्द मिला

मेरा लहजा ही मेरी पहचान है, वरना मेरे नाम के तो हजारों इंसान हैं