घुटन बस भीड़ में ही नहीं होती, अपने घर में भी होने लगती है
मत किया कर इतनी उम्मीद ए दिल, दिल हर किसी की दुनिया अलग है
हम तनहा ही सही पर तुम महफिल की शान बनो, अब किसी के दिल से मत खेलना, किसी एक की जान बनो